निलंबित IPS राकेश दुबे की मुश्किलें बढ़ी, ED ने दर्ज किया केस; पूछताछ को बुलाया
निलंबित चल रहे आईपीएस अधिकारी राकेश कुमार दुबे की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। उनके खिलाफ अब ईडी ने भी पीएमएलए (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट) के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया है।

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आय से अधिक संपत्ति (डीए) मामले में ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) के स्तर से की गयी कार्रवाई के बाद निलंबित चल रहे आईपीएस अधिकारी राकेश कुमार दुबे की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। उनके खिलाफ अब ईडी ने भी पीएमएलए (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट) के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया है।
ईसीआईआर (इंफोर्समेंट केस इंफॉर्मेशन रिपोर्ट) दर्ज करने के साथ ही ईडी ने उनसे जुड़ी सभी अवैध संपत्ति की जांच शुरू कर दी है। साथ ही इन्होंने अवैध तरीके से कहां-कहां निवेश कर रखा है, इसकी पूरी जानकारी नए सिरे से एकत्र की जाएगी। पीएमएलए मामले में दोषी पाये जाने पर उनकी सभी अवैध संपत्ति जब्त हो सकती है और सात साल की सजा भी संभव है। ईडी के सहायक निदेशक राजीव रंजन ने उनके खिलाफ समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है। आगामी दो सप्ताह में उन्हें ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए पेश होना पड़ सकता है। कुछ कारणों से पूछताछ की सही तारीख का खुलासा नहीं किया गया है।
राकेश दुबे की प्रोन्नति वर्ष 2000 में बिहार पुलिस सेवा से आईपीएस कैडर में हुई है। इसके बाद अप्रैल 2021 में उन्हें आरा जिले की कमान सौंपी गयी थी। उनपर बालू माफियाओं के सांठगांठ कर बड़ी मात्रा में अवैध कमाई करने का आरोप है। कई माफियाओं को संरक्षण भी प्रदान किया था। इसके मद्देनजर उन पर सितंबर 2021 में ईओयू ने डीए केस दर्ज करते हुए कार्रवाई की थी।
जांच में यह बात सामने आयी कि उन्होंने अपने सेवाकाल के दौरान कभी वेतन ही नहीं निकाला था। अवैध कमाई से पटना, नोएडा के अलावा झारखंड में कई स्थानों पर होटल, घर, फ्लैट और जमीन के कई प्लॉट एकत्र कर लिए थे। पटना के कुछ जाने-माने बिल्डरों की कंपनी में उनकी काली कमाई के निवेश के प्रमाण भी मिले थे। ईओयू की इस मामले में जांच जारी है। इधर, ईडी ने भी मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।