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सुशांत केस: पटना पुलिस को क्वारंटाइन करने के लिये बीएमसी ने ली थी मुंबई पुलिस की मदद

पटना पुलिस की मुंबई गयी टीम को क्वारंटाइन करने के लिये अलग-अलग जगहों पर बीएमसी ने तलाश की थी। बीएमसी ने मुंबई पुलिस की मदद ली। इसके बाद मुंबई पुलिस ने पटना पुलिस के अफसरों का टावर लोकेशन निकलवाना...

सुशांत केस: पटना पुलिस को क्वारंटाइन करने के लिये बीएमसी ने ली थी मुंबई पुलिस की मदद
पटना, हिन्दुस्तान टीमMon, 10 Aug 2020 07:52 PM
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पटना पुलिस की मुंबई गयी टीम को क्वारंटाइन करने के लिये अलग-अलग जगहों पर बीएमसी ने तलाश की थी। बीएमसी ने मुंबई पुलिस की मदद ली। इसके बाद मुंबई पुलिस ने पटना पुलिस के अफसरों का टावर लोकेशन निकलवाना शुरू कर दिया। 

ऐसा इसलिये ताकि पटना पुलिस का पता कर सभी को क्वारंटाइन कर दिया जाये। लेकिन पटना पुलिस को इसकी भनक पहले ही लग चुकी थी। लिहाजा तकनीक का इस्तेमाल कर पुलिस ने अपना टावर लोकेशन बदल दिया। इससे मुंबई पुलिस चकमा खा गयी और बीएमसी को सटीक जानकारी नहीं मिल सकी। पटना पुलिस के अफसर भी बीएमसी को चकमा देकर अपना काम करते रहे। मुंबई पुलिस यह सोच भी नहीं सकती थी कि पटना पुलिस उसके साथ-साथ बीएमसी की मंशा भी समझ चुकी है। 

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जांच के दौरान गिर गये थे केस के आईओ, फिर भी डंटे रहे 
मुंबई में सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में जांच करने गये केस के आईओ निशांत सिंह एक जगह गिर गये थे। उन्हें सीने में काफी चोट आयी। लेकिन एसआई निशांत ने हिम्मत नहीं हारी और मामूली दवाइयां खाकर वहां काम करते रहे। पटना पहुंचने के बाद उन्होंने डॉक्टर से अपना ईलाज करवाया। इस पूरी जांच के दौरान कई रात पुलिस टीम को खाना भी नसीब नहीं हो सका था। 

सुशांत के गुनहागारों तक पहुंचने में मदद करेंगे इलेक्ट्रॉनिक्स एविडेंस
सुशांत सिंह की मौत की जांच करने में सीबीआई जुट गई है। सुशांत ने सुसाइड किया या फिर उसकी हत्या हुई है ? उसे आत्महत्या करने के लिए किसने प्रताड़ित किया, इन सब बातों को बता लगाना सीबीआई की सबसे बड़ी चुनौती है। विधि जानकारों की मानें तो सुशांत की मौत का खुलासा करने के लिए इलेक्ट्रोनिक्स एविडेंस की अहम भूमिका होगी। घटनास्थल के फोटो, अपार्टमेंट के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी इसमें अहम साबित होंगे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट व एफएसएल रिपोर्ट, सीडीआर भी सीबीआई की जांच में कारगर साबित होगी। 

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