EWS आरक्षण के 'सुप्रीम' फैसले पर बिहार में घमासान, सुशील मोदी बोले- किस मुंह से सवर्णों के वोट मांगेगी RJD
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि आरजेडी ने संसद के दोनों सदनों में EWS आरक्षण का विरोध किया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर मुहर लगा दी है। अब तेजस्वी यादव की पार्टी किस मुंह से सवर्णों के वोट मांगने जाएगी।

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सुप्रीम कोर्ट के EWS आरक्षण पर आए फैसले को लेकर बिहार में सियासी घमासान मच गया है। बीजेपी सांसद एवं पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि आरजेडी ने संसद के दोनों सदनों में EWS आरक्षण का विरोध किया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर मुहर लगा दी है। अब तेजस्वी यादव की पार्टी किस मुंह से सवर्णों के वोट मांगने जाएगी।
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने सोमवार को कहा कि गरीब सवर्णों के आरक्षण के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णय पर सुप्रीम कोर्ट ने भी बहुमत से मुहर लगाई है। संविधान के 103वें संशोधन के तहत जब EWS आरक्षण का प्रस्ताव लाया गया तो राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों में इसका विरोध किया था।
सुशील मोदी ने कहा कि आरजेडी सांसदों ने इसके खिलाफ वोटिंग भी की थी। अब उसपर देश की शीर्ष अदालत ने भी मुहर लगा दी है। अब आरजेडी किस मुंह से ऊंची जातियों से वोट मांगने जाएगी। उसे जनता को जवाब देना पड़ेगा कि आरक्षण का विरोध क्यों किया था।
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दूसरी ओर महागठबंधन में शामिल नीतीश कुमार की जेडीयू, कांग्रेस और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। बता दें कि शीर्ष अदालत की पांच जजों वाली बेंच ने सोमवार को अहम फैसला सुनाते हुए 3-2 के मत से 10 फीसदी ईडब्ल्यूएस आरक्षण को बरकरार रखा।
