श्रावणी मेला: तीसरी सोमवारी पर गरीबनाथ मंदिर में उमड़ा जन सैलाब, सड़क से शिवालय तक आस्था का संगम
कांवरियों की भीड़ पांच किलोमीटर पहले रामदयालु के मलंग स्थान से ही शुरू हो चुकी थी। रात में जलाभिषेक करने वाले कांवरियों को भीड़ का सामना करना पड़ा। माखन साह चौक से कांवरिये दंड भरते हुए जा रहे थे।
Shravani Mela 2024: सावन की तीसरी सोमवारी पर रविवार रात 12 बजते ही बाबा गरीबनाथ का जलाभिषेक करने को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सेवादल और जिला प्रशासन की टीम कांवरियों की सहायता में तत्पर रही। करीब पांच लाख की भीड़ का अनुमान लगाते हुए पूर्व से ही सेवादलों की संख्या बढ़ा दी गई थी। जैसे-जैसे कांवरियों और डाक बम का जत्था मंदिर में प्रवेश कर रहा था, हर हर महादेव के जयकारे से पूरा परिसर गूंज उठता था। कांवरिये अरघा से बाबा का जलाभिषेक कर रहे थे, जो सोमवार शाम तक जारी रहा।
जिला स्कूल से गरीबनाथ मंदिर तक कांवरियों की कतार लगी रही, हालांकि कांवरियों की भीड़ पांच किलोमीटर पहले रामदयालु के मलंग स्थान से ही शुरू हो चुकी थी। बाबा गरीबनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित विनय पाठक ने बताया कि मंदिर से उद्घोष किया जा रहा था कि जो कांवरिये शहर में पहुंच चुके हैं, वे रात नौ बजे तक बाबा के गर्भगृह में जलाभिषेक कर लें। बताया कि जिस तरह की भीड़ देखी जा रही है, उससे अनुमान है कि तीसरी सोमवारी पर कांवरिये समेत पांच लाख श्रद्धालु जलाभिषेक करेंगे। इनमें एक लाख से अधिक डाक कांवरिया, तीन लाख से अधिक सामान्य कांवरिया और 25 हजार से अधिक बाइक कांवरियों के शामिल रहने का अनुमान है।
जिला स्कूल से गरीबनाथ मंदिर पहुंचने में लगे चार घंटे
रात में जलाभिषेक करने वाले कांवरियों को भीड़ का सामना करना पड़ा। उन्हें जिला स्कूल में लगे जिगजैग होते हुए मंदिर तक कतारबद्ध होकर जाना पड़ा। मंदिर तक पहुंचने में कांवरियों को चार घंटे से ऊपर समय लगा। इसके लिए उन्हें रात आठ बजे से ही कतार में खड़ा होना पड़ा। रास्ते में जिला प्रशासन और सेवा दल की टीम उन्हें सहयोग कर रही थी। माखन साह चौक से अधिकतर कांवरिये दंड भरते हुए जा रहे थे। उनके लिए सेवा दल सड़क की सफाई करते हुए भीगे कपड़े बिछाकर मंदिर तक पहुंचने में मदद कर रहे थे।
दर्शनिया, रामदयालुनगर, आमगोला समेत दर्जनों शिविर में कांवरियों के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था, जिसमें शहर की लोक गायिका सोनू मुस्कान समेत कई महिला-पुरुष गायकों ने अपनी प्रस्तुति से कांवरियों को मंत्रमुग्ध कराया।
दर्शनिया से आमगोला तक 50 से अधिक सेवा शिविर
तीसरी सोमवारी पर कांवरियों की भीड़ इतनी थी कि पांच किमी तक तांता लगा रहा। गरीबनाथ मंदिर से लेकर रामदयालु नगर मलंग स्थान तक सड़क पर भीड़ रही। कांवरियों का जत्था तुर्की से रामदयालु तक जगह-जगह शिविर में डेरा डाले हुआ था। इस बार मधौल और कफेन गांव में लोग अपने दरवाजे व बरामदे में भी कांवरियों के ठहरने का प्रबंध कर रखे थे। वहीं, इस बार सभी सेवा शिविर भी काफी सहयोग करते देखे गए। दर्शनिया से लेकर आमगोला तक करीब 50 से अधिक सेवा शिविर लगाए गए थे।
डाक कांवरियों को धूप का करना पड़ा सामना
मौसम का साथ केवल लोकल कांवरियों को मिला। वहीं डाक कांवरियों को रविवार को धूप का सामना करना पड़ा। लगातार धूप-छांव की स्थिति बनी रही, जिसके कारण उन्हें उमसभरी गर्मी का सामना करना पड़ा। दिन के 12 बजे कड़ी धूप में पहलेजा से जल लेकर चलना पड़ा और रात 12 बजे आते-आते काफी मुश्किल से गुजड़ना पड़ा। लोकल और डाक कांवरियों के लिए मंदिर पर अरघा पर एक साथ ही जलाभिषेक की सुविधा दी गई थी, जिसके कारण डाक कांवरियों को भीड़ का सामना करना पड़ा।
शिविर का उद्घाटन
गिरिराज सिंह फैंस क्लब की ओर से आमगोला रोड में कांवरिया सेवा शिविर का उद्घाटन वर्चुअल रूप से केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने किया। मौके पर एसडीओ पश्चिमी बृजेश कुमार और डॉ. गौरव वर्मा आदि थे।
की। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांवरियों की सेवा करना बाबा गरीबनाथ की सेवा करना है। मौके पर क्लब के संरक्षक देवांशु किशोर, मनीष कुमार, राजीव कुमार, रौशन कुमार, धनंजय कुमार, दिनेश झा, मुन्ना सिंह आदि थे।