जलस्रोतों पर बसे गरीबों को दूसरी जगह बसाएं: CM नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि अतिक्रमणमुक्त कराए गए सार्वजनिक जल संचयन की संरचनाओं पर निगरानी रखें। ताकि उस पर फिर से कोई अतिक्रमण न कर सके। सार्वजनिक जलस्रोतों की...
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि अतिक्रमणमुक्त कराए गए सार्वजनिक जल संचयन की संरचनाओं पर निगरानी रखें। ताकि उस पर फिर से कोई अतिक्रमण न कर सके। सार्वजनिक जलस्रोतों की संरचनाओं पर बसे भूमिहीन/घरविहीन गरीबों की पहचान कर दूसरी जगह भूमि उपलब्ध कर उन्हें बसाएं। अगर भूमि उपलब्ध नहीं हो तो वास स्थल क्रय योजना के तहत उन्हें जमीन खरीदने के लिए पैसा दें।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को एक, अणे मार्ग स्थित संकल्प में जल-जीवन-हरियाली अभियान की प्रगति की समीक्षा की। निर्देश दिया कि गंगाजल उद्वह (लिफ्ट) योजना के कार्य में तेजी लाएं, जिसमें जमीन अधिग्रहण के कार्य को प्राथमिकता में रखें। सार्वजनिक तालाबों के जीर्णोद्धार के अलावा निजी तौर पर तालाबों की खुदाई एवं उसके आसपास हरियाली क्षेत्र विकसित करने के लिए लोगों को प्रेरित करें। इससे फूल, फल और मछली उत्पादन बढ़ेगा, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी।
सीएम ने यह निर्देश भी दिया कि चौर क्षेत्र विकास के लिए किए जा रहे बेहतर कार्य के मॉडल किसानों को भ्रमण दर्शन योजना के तहत दिखाएं। इससे किसान समेकित क्षेत्र विकास एवं बायोफ्लॉक पद्धति से मछली पालन का लाभ जान सकेंगे। कुओं का जीर्णोद्धार का कार्य शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से कराएं। जिन क्षेत्रों में भूजल स्तर नीचे गया था, उन क्षेत्रों के भी चापाकल ठीक रखें ताकि पेयजल की उपलब्धता बनी रहे। इसके लिए एक सिस्टम विकसित करें।
पर्यावरण संवाद कराएं
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि हरियाली अभियान के अंतर्गत कार्यों की प्रगति के लिए लगातार काम करते रहें। साथ ही जागरूकता अभियान पर भी विशेष ध्यान दें। माह में एक दिन, घंटाभर सभी सरकारी स्कूलों, कार्यालयों, संगठनों एवं अन्य संस्थाओं में पर्यावरण संबंधित संवाद कराएं। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग जागरूक हो सकें।
अधिकारी हरियाली अभियान के अंतर्गत कार्यों की प्रगति के लिए लगातार काम करते रहें। साथ ही जागरूकता अभियान पर भी विशेष ध्यान दें।
-नीतीश कुमार, सीएम