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पश्चिम चंपारण में छात्रों से भरी स्कूल वैन पलटी, आधा दर्जन बच्चे जख्मी; मची चीख-पुकार, जानिए हादसे की वजह

पश्चिम चंपारण के रामनगर प्रखंड के बभनौली में सोमवार सुबह धोकराहा गांव स्थित जेपी पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से भरी वैन पलट गई। वैन पलटते ही चीख-पुकार मच गई।

पश्चिम चंपारण में छात्रों से भरी स्कूल वैन पलटी, आधा दर्जन बच्चे जख्मी; मची चीख-पुकार, जानिए हादसे की वजह
Malay Ojhaहिन्दुस्तान,पश्चिम चंपारणMon, 25 Sep 2023 09:54 PM
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पश्चिम चंपारण के रामनगर प्रखंड के बभनौली में सोमवार सुबह धोकराहा गांव स्थित जेपी पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से भरी वैन पलट गई। वैन पलटते ही चीख-पुकार मच गई। हादसे के बाद आसपास के लोग दौड़े और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। सूचना मिलते ही अभिभावक भी जुट गए। वैन में सवार 11 में से आधा दर्जन बच्चे चोटिल हो गये। उन्हें रामनगर पीएचसी में भर्ती कराया गया। इलाज के बाद सभी को छुट्टी दे दी गई।

अभिभावकों ने बताया कि वैन स्कूल की थी और शिकारपुर थाना क्षेत्र के तकिया गांव से बच्चों को लेकर स्कूल आ रही थी। स्कूल संचालक दिनेश सिंह ने बताया कि स्टेयरिंग फेल होने से हादसा हुआ है। सभी बच्चे सुरक्षित हैं। पीएचसी के डॉ. एम काजिम ने बताया कि सत्यम कुमार, शिवम कुमार, समसुद्दीन अंसारी व त्रिलोकी कुमार को इलाज के लिए लाया गया था। उन्हें हल्की चोटें आई थीं। सभी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। थानाध्यक्ष अनंत राम ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। वाहन को जब्त कर लिया गया है। घटना के बाद चालक फरार हो गया है। 

वहीं ग्रामीणों ने बताया कि सुबह में जोरदार आवाज सुनकर वहां पहुंचे तो देखा कि वैन पलटी हुई है। लोगों ने पहले बच्चों को शांत कराया। फिर उन्हें वैन से निकाला गया। सूचना मिलते ही परिजन भी पहुंच गये। लोगों ने आधा दर्जन जख्मी बच्चों को पीएचसी पहुंचाया। पांच बच्चों को चोटें आई थीं। 

जर्जर वाहन पर ढोये जा रहे बच्चे, खतरे में जान 
रामनगर प्रखंड क्षेत्र में निजी स्कूलों में जर्जर वाहनों से बच्चों को ढोया जा रहा है। स्कूल प्रबंधन वाहनों के मेंटेनेंस पर ध्यान नहीं दे रहा है। अधिकतर अनफिट वाहन स्कूलों में चल रहे हैं। प्रशासनिक स्तर पर जांच नहीं होने से स्कूल प्रशासन का मनोबल बढ़ा हुआ है। अभिभावकों का कहना है कि दूसरे प्रदेश से अनफिट वाहन सस्ते में खरीद कर स्कूलों में चलाए जा रहे हैं। अधिक खेप मारने के चक्कर में वाहनों की गति भी तेज होती है। कइयों के कागजात भी नहीं होते हैं। 

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