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मुजफ्फरपुर: स्कूल में चल रहे वैक्सीनेशन सेंटर पर बवाल, दबंगों ने की ताबड़तोड़ फायरिंग, मची भगदड़

मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर प्रखंड के कथैया थाना के सिरसिया श्रीरामपुर मिडिल स्कूल परिसर में मंगलवार को कोरोना टीका लेने के विवाद में ताबड़तोड़ फायरिंग हुई। एक युवक ने पिस्टल से तीन राउंड गोली...

मुजफ्फरपुर: स्कूल में चल रहे वैक्सीनेशन सेंटर पर बवाल, दबंगों ने की ताबड़तोड़ फायरिंग, मची भगदड़
मुजफ्फरपुर हिन्दुस्तान टीमTue, 31 Aug 2021 08:07 PM
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मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर प्रखंड के कथैया थाना के सिरसिया श्रीरामपुर मिडिल स्कूल परिसर में मंगलवार को कोरोना टीका लेने के विवाद में ताबड़तोड़ फायरिंग हुई। एक युवक ने पिस्टल से तीन राउंड गोली चलाई। इसमें किसान कालिका महतो की कनपटी को छूते हुए एक गोली निकल गई। इससे वह घायल हो गए। घटना को लेकर टीकाकरण केंद्र पर जमकर बवाल हुआ। मौके पर भगदड़ मच गई। टीका लेने पहुंचे लोग चीखने-चिल्लाने लगे। कथैया पुलिस के हस्तक्षेप से करीब दो घंटे के बाद स्थिति संभली। जिस जगह टीकाकरण को लेकर फायरिंग की गई, उससे करीब 50 मीटर पर बच्चे कक्षा में पढ़ाई कर रहे थे। गोली अगर क्लास रूम की तरफ जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था। बवाल के बीच बच्चे स्कूल से निकल गए। टीकाकरण व पठन-पाठन का कार्य ठप हो गया।   

घायल कालिका महतो को परिजन मोतीपुर पीएचसी ले गए, जहां से डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद एसकेएमसीएच रेफर कर दिया। उनकी स्थिति सामान्य बताई गई है। पुलिस बयान की कवायद में जुटी है। घायल व आरोपित सिरसिया श्रीरामपुर गांव के ही रहनेवाले हैं। आरोपित घटना के बाद से फरार है। पुलिस ने उसके परिजनों को उसे हाजिर कराने की चेतावनी दी है। मालूम हो कि कोरोना टीकाकरण के लिए फायरिंग की घटना मुजफ्फरपुर में संभवत: पहली बार हुई है। 

इस संबंध में एसएसपी वेस्ट सैयद इमरान मसूद ने बताया कि गोली चलने की जानकारी मिली है। घायल की कनपटी में शार्प कटिंग का जख्म है। हालांकि, मौके से खोखा नहीं मिला है। घटना व बवाल की सूचना मिलने पर मोतीपुर इंस्पेक्टर रणधीर सिंह और मोतीपुर के बीडीओ मौके पर पहुंचे थे। स्कूल के प्राचार्य से पूरे घटना की जानकारी ली। प्राचार्य भी जांच की जद में हैं। बिना किसी अनुमति के स्कूल परिसर में टीकाकरण के लिए अनुमति कैसे दे दी। 

दबंगों के दबाव में टीम ने बदल दिया टीकारण केंद्र

स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक, मेगा टीकाकरण के लिए माधोपुर सिरसिया स्वास्थ्य उपकेंद्र को सेंटर बनाया गया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी स्वास्थ्य उपकेंद्र पर पहुंची थी, लेकिन टीकाकरण शुरू होने के पहले गांव के एक विशेष पक्ष के दबंगों ने दबाव डालकर टीकाकरण केंद्र बदलवा दिया। टीकाकरण केंद्र को सिरसिया मिडिल स्कूल में ले जाया गया। करीब आधा घंटा विलंब से टीकाकरण शुरू हो सका। 

विलंब की वजह से केंद्र पर लग गई लंबी लाइन

स्थानीय लोगों ने बताया कि टीकाकरण में विलंब और केंद्र के बदले जाने के बाद स्कूल परिसर स्थित टीकाकरण केंद्र पर लंबी लाइन लग गई। आसपास के पांच गांव के लोग जुटने लगे। लाइन में कालिका महतो भी खड़े थे, लेकिन लाइन आगे नहीं बढ़ रही थी। इसे लेकर कालिका और अन्य ने इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग की टीम से की। कहा कि सभी को सामान्य रूप से टीका लेने दें। कतार में जो नहीं हैं, वे कतार में आ जाएं। इसके बाद उसी गांव का एक युवक कालिका से उलझ गया। वह अन्य लोगों के साथ मिलकर गाली-गलौज करने लगा। 

पिस्टल लहराते आया और कर दी फायरिंग

कालिका से बहस और विवाद होने के बाद युवक वहां से निकल गया। इसके करीब 15 से 20 मिनट बाद वह पिस्टल लहराते हुए पहुंचा। उसके साथ और भी कई लोग थे। सभी ने मिलकर कालिका को लाइन के बाहर खींच लिया। पहले जमकर पिटाई कर दी। साथ ही तीन राउंड गोली फायरिंग कर दी। इसमें एक गोली कालिका के कनपट्टी को छुटते हुए निकल गया। वह लहूलुहान हो गए। मौके पर अचेत होकर गिर गए। इससे केंद्र पर अफरातफरी व भगदड़ मच गई। युवक पिस्टल लहराते हुए श्रीरामपुर चौक की ओर फरार हो गया। घटना दोपहर करीब 11 बजकर 54 मिनट पर घटी। 

एक ही गांव के लोग ले रहे थे वैक्सीन

कालिका महतो ने पुलिस को बताया कि केंद्र पर अराजकता की स्थिति थी। एक ही गांव व विशेष पक्ष के लोग दबंगई से टीका ले रहे थे। अन्य लोग काफी देर से लंबे लाइन में खड़े थे। जब इसका उन्होंने विरोध किया और कहा कि और भी लोग वैक्सीन लेने आये हैं। फिर एक ही गांव के लोगों का टीकाकरण क्यों किया जा रहा है। इसपर दबंग भड़क गए। 

प्राचार्या पर बनाया था दबाव

मिडिल स्कूल के प्राचार्य रंधीर कुमार सिंह ने बताया कि कुछ लोग स्कूल में आये। वहां टीकाकरण सेंटर बनाने के लिए दबाव बनाने लगे। उन्होंने बीडीओ और चिकित्सा पदाधिकारी से दिशा-निर्देश मिलने पर सहमति दे दी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग और मरीजों की सुविधा के लिए टेबल-बेंच और लाउडस्पीकर की व्यवस्था कराने के बाद लोगों को लाइन में खड़ा कराने के बाद वह अपने कार्य में जुट गए। कुछ देर बाद ही हंगामा होने लगा। जब वह ऑफिस से बाहर निकले तो देखा कि कालिका महतो खून से लथपथ थे। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी।

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