राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने लगातार दूसरे दिन कविता की पंक्तियों से बिहार में राजनीतिक बदलाव का आह्वान किया है। शनिवार को लालू प्रसाद के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से बिहार और बिहारी पर केंद्रित कविता पोस्ट की गई है। इस कविता में उन्होंने प्रवासी श्रमिकों से लेकर कानून-व्यवस्था सहित विभिन्न मुद्दों पर कटाक्ष किया है।
उन्होंने लिखा है कि जिसने चलाया पैदल बिहारी, बदल दो उसको अबकी बारी। जिसने छीनी नौकरी सारी, बदल दो उसको अबकी बारी। जिसने वोट से की गद्दारी, बदल दो उसको अबकी बारी। जिसके राज में हिंसा भारी, बदल दो उसको अबकी बारी। जिसने सबकी तरक्की मारी, बदल दो उसको अबकी बारी। इस कविता के साथ उन्होंने दो तस्वीरें और टैग की हैं... उनमें लिखा है- मजदूर सड़क पर है, घर-बार मांगता है। युवा सड़क पर है, रोजगार मांगता है।
जिसने चलाया पैदल बिहारी
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 26, 2020
बदल दो उसको अबकी बारी
जिसने छीनी नौकरी सारी
बदल दो उसको अबकी बारी
जिसने वोट से की गद्दारी
बदल दो उसको अबकी बारी
जिसके राज में हिंसा भारी
जिसके राज में तंग है नारी
बदल दो उसको अबकी बारी
जिसने सबकी तरक्की मारी
बदल दो उसको अबकी बारी pic.twitter.com/dZozHqVnmv
उद्योग-धंधों की बदहाली पर बात क्यों नहीं करती सरकार: तेजस्वी
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने बिहार में उद्योग-धंधों को लेकर सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि 15 साल में बिहार काफी पीछे चला गया है। शनिवार को ट्वीट करते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा कि उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार में बिहार 26वें नंबर पर है। राज्य में निवेश और उद्योग लगाने में बिहार सबसे फिसड्डी राज्य है। कहा कि उदारीकरण के बाद 15 वर्षों से सत्ता संभाल रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए सरकार इन आंकड़ों पर बात क्यों नहीं करती।