भाजपा विधायक को फोन करने और मंत्री पद का प्रलोभन देकर समर्थन मांगने के मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद चौतरफा घिरते नजर आ रहे हैं। उनपर कानूनी हथियारों से चौतरफा वार शुरू हो गया है। पटना के निगरानी थाने में भाजपा विधायक ललन पासवान ने उनपर एफआईआर कराई है तो रांची में भाजपा नेता अनुरंजन अशोक ने झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। इस बीच रांची के केली बंगले (रिम्स निदेशक आवास) से लालू को रिम्स के पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। उधर, चारा घोटाले में लालू की जमानत याचिका पर शुक्रवार को झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई होगी।
ललन पासवान ने कराया केस
प्रलोभन मामले में भाजपा विधायक ललन पासवान के आवेदन पर गुरुवार को निगरानी थाने में लालू प्रसाद के खिलाफ कांड संख्या 29/20 दर्ज कर लिया गया है। विधायक का आरोप है कि सोची-समझी साजिश के तहत लालू ने उन्हें मंत्री पद का लालच देकर वोट खरीदने की कोशिश की। विधायक ने जेल के अंदर से एनडीए सरकार गिराने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया है।
विधायक ने अपने आवेदन में कहा कि 24 नवम्बर को शाम 6.19 बजे उनके मोबाइल नम्बर 9771710340 पर 8051216302 नम्बर से फोन आया। फोन उठाने पर दूसरी तरफ से बताया गया कि मैं लालू प्रसाद बोल रहा हूं। बातचीत के दौरान उन्हें विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव से अनुपस्थित रहने के लिए मंत्री बनाने का ऑफर दिया गया। जब मैंने कहा कि मैं पार्टी से जुड़ा हूं मेरे लिए यह गलत है तो, उन्होंने कोरोना का बहाना बनाकर अनुपस्थित होने की बात कही। विधायक का आरोप है कि उनका वोट खरीदने और एनडीए की सरकार गिराने के लिए जेल के अंदर से मुझे फोन कर लालू प्रसाद ने अपनी पार्टी और महागठबंधन के पक्ष में वोट लेने की कोशिश की।
ट्विटर ने सुशील कुमार मोदी के ट्वीट को हटाया
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने जिस ट्वीट से यह जानकारी सार्वजनिक की थी कि रांची जेल से लालू प्रसाद ने भाजपा विधायक को फोन कर महागठबंधन की ओर से चुनाव लड़ने वाले विधानसभा अध्यक्ष के प्रत्याशी को वोट देने को कहा था, ट्विटर ने उस ट्वीट को ही हटा दिया। ट्विटर का कहना है कि सुशील मोदी ने इस ट्वीट में उस नंबर को भी सार्वजनिक कर दिया जिससे लालू प्रसाद ने एनडीए विधायक को फोन किया था। किसी का नंबर सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए और यह नियमों के खिलाफ है। बीते 24 नवम्बर को सुशील मोदी ने अंग्रेजी में ट्वीट किया था कि रांची जेल में बंद लालू प्रसाद ने एनडीए विधायक ललन पासवान को फोन किया। फोन पर लालू प्रसाद ने यह कहा कि वे महागठबंधन के विस अध्यक्ष के प्रत्याशी को वोट दें तो मंत्री बनाया जाएगा। इस पर सुशील मोदी ने उस नंबर पर फोन लगाया तो लालू प्रसाद ने खुद ही उस फोन को रिसीव किया।
मांझी व सहनी बोले- लालू ने मुझे भी फोन किया था
पूर्व मुख्यमंत्री और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने उन्हें भी कई बार फोन किया पर मैंने उनसे फोन पर बात नहीं की। कहा, हमारे लोगों को फोन कर मुझसे बात कराने को लालू जी बोल रहे थे। वहीं, वीआईपी के अध्यक्ष एवं पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि रांची से लालू प्रसाद ने मुझे भी फोन किया था। जेल से लालू प्रसाद की बातचीत का ऑडियो-वीडियो है। मगर अतिपिछड़ा का बेटा हूं। जो एक बार तय कर लिया तो उससे मुकरने वाला नहीं।
रांची में लालू के खिलाफ जनहित याचिका
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के खिलाफ जेल में रहते मोबाइल से बात कर उन पर सरकार गिराने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता अनुरंजन अशोक ने जनहित याचिका दायर की है। झारखंड हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका में कहा गया है कि लालू प्रसाद जेल में रहते मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर बिहार सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। यह जेल मैनुअल का उल्लंघन है। जेल प्रशासन और सरकार उन्हें यह सुविधा किस नियम के तहत उपलब्ध करा रही है, इसकी जांच कराने का आग्रह हाईकोर्ट से किया गया है। प्रार्थी के अधिवक्ता राजीव कुमार ने बताया कि इस मामले की शुक्रवार को ही सुनवाई करने का आग्रह हाईकोर्ट से किया जाएगा।
निदेशक बंगला से रिम्स के पेइंग वार्ड में शिफ्ट किए गए लालू
चारा घोटाले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को गुरुवार को रिम्स के निदेशक बंगला से हटाकर पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। रिम्स निदेशक के आदेश के बाद रिम्स अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप ने बुधवार शाम जेल अधीक्षक को पत्र लिखकर जल्द से जल्द लालू प्रसाद को निदेशक बंगला (केली बंगला 1) से पेइंग वार्ड के कमरा संख्या ए 11 में स्थानांतरित करने का अनुरोध किया था। इसी कमरे में लालू प्रसाद का इलाज पहले भी चल रहा था। पत्र मिलने के बाद जेल अधीक्षक हामिद अख्तर गुरुवार दोपहर दो बजे के करीब ही रिम्स निदेशक बंगला पहुंच गए थे। वहां से पूरी सुरक्षा में शाम चार बजे लालू प्रसाद को एंबुलेंस से पेइंग वार्ड लाया गया। लालू प्रसाद को पेइंग वार्ड लाने से पहले रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने खुद पेइंग वार्ड आकर उन्हें रखने की व्यवस्था का मुआयना किया।