जरूरी फाइल लेकर पटना रवाना हुए मगध विवि के रजिस्ट्रार और प्रॉक्टर, एसवीयू को सौपेंगे खरीदारी से जुड़े कागजात
विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) की जांच में सहयोग के लिए मंगलवार को मगध विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार, प्रॉक्टर और स्पोर्ट्स निदेशक जरूरी फाइल लेकर पटना गए। बताया जाता है कि विश्वविद्याल द्वारा की गई...
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विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) की जांच में सहयोग के लिए मंगलवार को मगध विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार, प्रॉक्टर और स्पोर्ट्स निदेशक जरूरी फाइल लेकर पटना गए। बताया जाता है कि विश्वविद्याल द्वारा की गई खरीदारी और अन्य जरूरी फैसले से जुड़ी फाइल वे एसवीयू को सौपेंगे।
जांच एजेंसी द्वारा विवि से कई कागजातों की मांग पहले ही की गई थी। वहीं, एसवीयू की कार्रवाई से मगध विश्वविद्यालय में हड़कंप है। जानकारी के अनुसार एसवीयू की टीम वीसी प्रो राजेंद्र प्रसाद के कार्यकाल में विवि में हुए हर काम की जांच कर रही है। कागजातों की जांच तेज कर दी गयी है। जांच एजेंसी के सख्त तेवर से विवि में खलबली है।
मगध यूनिवर्सिटी में सन्नाटा पसरा है। यूनिवर्सिटी के कई बड़े अधिकारी अपने चैंबर से गायब रह रहे हैं। वीसी आवास और कार्यालय में छापेमारी के बाद निगरानी की टीम को कई महत्वपूर्ण साक्ष्य हाथ लगे हैं। जिसके आधार पर यूनिवर्सिटी के कई विभागाध्यक्ष और डीन निगरानी के निशाने पर आ गए हैं। उन सब की कुंडली खंगाली जा रही है।
जानकारी के अनुसार कई विभागों के द्वारा सामान की खरीदारी की गयी है। सामानों की खरीदारी में बड़े पैमाने पर हेराफेरी के पुख्ता सबूत एसवीयू के हाथ लगे हैं। सूत्रों ने बताया कि कई अधिकारियों पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है। गौरतलब हो कि एमयू वीसी के कई ठिकानों पर बीते बुधवार को विजिलेंस की टीम ने एक साथ छापेमारी की थी।
स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने 16 नवंबर को कुलपति डा राजेंद्र प्रसाद, उनके असिस्टेंट सुबोध कुमार, मेसर्स पूर्वा ग्राफिक्स एंड ऑफसेट प्रिंटर्स, एक्सएलआईसीटी प्राइवेट लिमिटेड लखनउ, वीर कुंवर सिंह के एफओ ओमप्रकाश, पाटलिपुत्र विवि पटना के कुलसचिव जीतेंद्र कुमार सहित अन्य अज्ञात पर सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी 2/2021 दर्ज की गई है। स्पेशल जज विजिलेंस के सर्च वारंट पर 17 नवंबर को दोनों जगह 10 सदस्यीय टीम द्वारा छापेमारी की गई।