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राज्यसभा चुनाव: नामांकन सही निकले तो बिहार से हरिवंश, रामनाथ, विवेक, अमरेन्द्रधारी और प्रेमचंद का राज्यसभा जाना तय

बिहार से राज्यसभा की पांच सीटें रिक्त हो रही हैं। सीटों के लिए जदयू से दो हरिवंश और रामनाथ ठाकुर ने, भाजपा से विवेक ठाकुर ने जबकि राजद से अमरेन्द्रधारी सिंह और प्रेमचंद गुप्ता ने नामांकन किया है।...

राज्यसभा चुनाव: नामांकन सही निकले तो बिहार से हरिवंश, रामनाथ, विवेक, अमरेन्द्रधारी और प्रेमचंद का राज्यसभा जाना तय
पटना हिन्दुस्तान टीमSat, 14 Mar 2020 11:56 AM
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बिहार से राज्यसभा की पांच सीटें रिक्त हो रही हैं। सीटों के लिए जदयू से दो हरिवंश और रामनाथ ठाकुर ने, भाजपा से विवेक ठाकुर ने जबकि राजद से अमरेन्द्रधारी सिंह और प्रेमचंद गुप्ता ने नामांकन किया है। शुक्रवार को 3 बजे नामांकन का समय समाप्त होने के बाद विस सचिव बटेश्वरनाथ पांडेय ने पुष्टि की कि पांच सीट के लिए पांच ही नामांकन हुए हैं। इसलिए चुनाव की अब कोई संभावना नहीं है। अगर सभी नामांकन पत्र स्कू्रटिनी में सही पाए गए तो पांचों उम्मीदवारों का राज्यसभा जाना तय है। 

चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक 16 को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 18 मार्च को तीन बजे तक नाम वापसी का समय निर्धारित है। उसी समय सभी पांचों प्रत्याशियों की जीत की विधिवत घोषणा हो जाएगी और उन्हें प्रमाणपत्र दे दिया जाएगा। 

भाजपा के विवेक ठाकुर का पौन घंटे हुआ इंतजार
जदयू के दोनों प्रत्याशियों के साथ ही मुख्यमंत्री और एनडीए के सभी शीर्ष नेता 11 बजे ही रास नामांकन को लेकर बिहार विधानसभा पहुंच गये। 11 बजे पहला नामांकन हरिवंश जबकि 11.04 मिनट पर रामनाथ ठाकुर ने किया। जदयू के इन दोनों उम्मीदवारों ने तीन-तीन सेटों में अपना नामांकन दाखिल किया। उसके बाद मुख्यमंत्री समेत सभी शीर्ष नेताओं को 40 मिनट से अधिक विवेक ठाकुर के आने का इंतजार करना पड़ा। इस दौरान भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल उन्हें लगातार फोन कर जल्दी पहुंचने को कहते रहे। चर्चा शुभ लग्न में नामांकन को लेकर समय लेने की होती रही। विवेक ठाकुर ने 11.48 मिनट पर दो सेटों में अपना नामांकन किया। हालांकि पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कागजात पूर्ण करने में उन्हें कुछ अधिक समय लग गया। 1.26 मिनट पर विवेक ठाकुर पुन: विस सचिव के कक्ष में पहुंचे और दो और सेटों में अपना नामांकन पर्ची दाखिल किया। 

जेपी आंदोलन से हरिवंश ने शुरू की थीं राजनीतिक गतिविधियां  
जेपी के गांव, उत्तर प्रदेश के सिताब दियारा (दलजीत टोला) में जन्मे राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने अपनी राजनीतिक गतिविधियों की शुरुआत भी जेपी आंदोलन से की थी। भूमिगत रहकर परचा-पोस्टर चिपकाने, बांटने का काम किया और उसी से प्रेरित होकर पत्रकारिता में आए। देश के चर्चित पत्रकार के रूप में इनकी ख्याति रही है। अप्रैल 2014 में जदयू की ओर से पहली बार राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुए और 9 अगस्त 2018 को राज्यसभा के उपसभापति चुने गये। वर्ष 2014 में सांसद बनने के बाद इन्होंने कोई नयी प्रॉपर्टी नहीं खरीदी है। बतौर पत्रकार, बतौर सांसद और बतौर उपसभापित इन्होंने कई देशों की यात्राएं की है। भारतीय संसदीय मंडल का भी नेतृत्व कर देश का मान बढ़ाया है। बिहार, झारखंड की पत्रकारिता, यात्रा वृतांत आदि को मिलाकर कुल 15 किताबों का इन्होंने लेखन-संपादन किया है।  पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर से संबंधित उनकी जेल डायरी व संवाद शृंखला की छह पुस्तकों का इन्होंने संपादन किया है। पत्रकारिता व हिन्दी में योगदान के लिए इन्हें देश-विदेश के कई प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं।

करोड़पति हैं जनता दल (यू) के  राज्यसभा उम्मीदवार हरिवंश 
जदयू के राज्यसभा प्रत्याशी हरिवंश करोड़पति हैं। नामांकन के दौरान उनके द्वारा दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक 2018-19 में उनकी आय 41 लाख 30 हजार रही। यह 2016-17 के 1 करोड़ 2 लाख 54300 की तुलना में कम है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में इनकी पत्नी आशा सिंह की सालाना आय आईटी रिटर्न के मुताबिक 5.13 लाख है। हरिवंश के पास नकद 5.26 लाख, पत्नी के पास 66 हजार है। इनके विभिन्न बैंक खातों में जहां 10 लाख के करीब तो पत्नी के खाते में करीब 54 लाख हैं। हरिवंश ने वित्तीय संस्थानों में 4 करोड़ 85 लाख निवेश किया है। हालांकि वे एक लाख के कर्जदार भी हैं। हरिवंश और उनकी पत्नी के पास करीब 16 करोड़ की चल संपत्ति है। इनके पास दो गाड़ियां महिन्द्रा एसयूवी व डस्टर हैं लेकिन दोनों की कीमत एक-एक रुपये है, जो इन्हें न्यूट्रल पब्लिसिंग हाउस लिमिटेड से सेवानिवृत्ति के उपरांत मिली हंै। एक करोड़ तीन लाख की जमीन उनके व 15 लाख की जमीन पत्नी के नाम है। दोनों को मिलाकर करीब 4.16 करोड़ की अचल संपत्ति है। 

अचल संपत्ति में अपनी पत्नी  से पीछे हैं रामनाथ ठाकुर
जदयू प्रत्याशी रामनाथ ठाकुर खुद करोड़पति हैं। लेकिन उनकी पत्नी कुमारी आशा रानी ने पैन कार्ड तो बना रखा है लेकिन पिछले पांच सालों से इनकम टैक्स रिटर्न नहीं दाखिल किया है। नामांकन के दौरान उनके द्वारा दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक श्री ठाकुर ने 2018-19 में अपनी वार्षिक आय आईटी रिटर्न में 9.97 लाख दिखाई है। इनके पास नकद राशि 1.22 लाख जबकि पत्नी के पास 1.14 लाख है। दो बैंक शाखाओं में इनके 42.5 लाख रुपए जमा हैं। 51.5 लाख रुपए का निवेश किया है। रामनाथ ठाकुर के पास 6.63 लाख की होंडा अमेज और 21 लाख 17 हजार मूल्य की एक टोयोटा इनोवा गाड़ी है। पति-पत्नी के नाम एक करोड़ 36 लाख मूल्य की चल संपत्ति है। जमीन के मामले में श्री ठाकुर अपनी पत्नी से पीछे हैं। पत्नी के पास जहां 2 करोड़ 28 लाख तो खुद के पास 30 लाख 57 हजार की अचल संपत्ति है। पत्नी के पास 100 ग्राम सोना तथा 700 ग्राम चांदी जबकि इनके पास 20 ग्राम सोना है। 

विवेक के पास गुरुग्राम में फ्लैट और मुजफ्फरपुर में है जमीन 
भाजपा के रास उम्मीदवार विवेक ठाकुर की आमदनी पत्नी मिनाक्षी ठाकुर से कम है। अचल संपत्ति के मामले में वह आगे हैं। पति-पत्नी के नाम से गुरुग्राम में एक आवासीय फ्लैट है। फ्लैट की खरीद गत वर्ष ही की गई है जिसकी कीमत खरीदते समय लगभग 63 लाख थी। पति-पत्नी पर बैंक का लगभग 40 लाख का होम लोन भी है। नामांकन के दौरान उनके द्वारा दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक श्री ठाकुर के पास मुजफ्फरपुर में विरासत में मिली खेती योग्य लगभग 3 एकड़ 48 डिसमिल जमीन है। जमीन की कीमत बाजार मूल्य के हिसाब से एक करोड़ चार लाख 40 हजार रुपये बताई गई है। श्री ठाकुर के पास 36.47 लाख वहीं, उनकी पत्नी के पास 48.75 लाख की चल संपत्ति है। इसमें विवेक ठाकुर के पास एक स्कार्पियो के अलावा 52 ग्राम सोना और हीरे की अंगूठी जबकि पत्नी के पास 310 ग्राम सोने के जेवरात और लगभग तीन लाख रुपये की हीरे की अंगूठी है। इसके अलावा दोनों के विभिन्न बैंक खातों में लगभग 20 लाख रुपये जमा है। साथ ही श्री ठाकुर ने बीस लाख रुपये के करीब शेयर में भी लगाया है।

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