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राबड़ी देवी का आरोप- सुशील मोदी के पास 250 से अधिक मकान, पूर्व डिप्टी सीएम बोले- एक इंच भी जमीन होगी तो आपको दान कर दूंगा

अगर लोदीपुर में एक इंच भी जमीन होगी तो आपको दान कर दूंगा। शुक्रवार को विधान परिषद में जैसे ही पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी पर आरोप लगाया कि लोदीपुर में ढाई-तीन सौ...

राबड़ी देवी का आरोप- सुशील मोदी के पास 250 से अधिक मकान, पूर्व डिप्टी सीएम बोले- एक इंच भी जमीन होगी तो आपको दान कर दूंगा
पटना, हिन्दुस्तान टीमSat, 28 Nov 2020 07:29 AM
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अगर लोदीपुर में एक इंच भी जमीन होगी तो आपको दान कर दूंगा। शुक्रवार को विधान परिषद में जैसे ही पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी पर आरोप लगाया कि लोदीपुर में ढाई-तीन सौ मकान हैं। इसपर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए सुशील मोदी ने कहा कि अगर एक इंच भी जमीन होगी तो आपको दान कर दूंगा। 

विधान परिषद में राज्यपाल के अभिभाषण पर हुए वाद-विवाद में पक्ष-विपक्ष के सदस्यों के बीच जमकर झड़प हुई। शुक्रवार को दूसरी पाली शुरू होने से लेकर अनिश्चितकालीन समय तक सदन स्थगित होने तक सदन हंगामे में डूबा रहा। बहुत कम ऐसे समय आए जब सदस्य एक-दूसरे की बात को सुनते पाए गए। राबड़ी देवी, सुशील मोदी, मंत्री मंगल पांडेय व मुकेश सहनी, सुबोध राय, नीरज कुमार, सुनील सिंह, रामबली सिंह, प्रो नवल किशोर यादव, गुलाम गौस सहित कई सदस्य बोलने के क्रम में टोकाटाकी करते देखे गए। कई बार यह टोका-टाकी अमर्यादित होकर तुम-तड़ाम तक आ पहुंची। ऐसे कई मौके आए जब विप के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह सदस्यों की ओर से एक-दूसरे पर किए गए निजी हमले को सदन की कार्यवाही से निकालने का आदेश देते नजर आए। 

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दरअसल, राज्यपाल के अभिभाषण में संशोधन का प्रस्ताव था। इस कारण जदयू की रीना देवी को छोड़ दें तो बोलने वाले सभी विपक्ष के सदस्य थे। लेकिन विपक्षी सदस्य अपनी बात रखने के क्रम में कई बार ऐसी बात कहते नजर आए जो सदन की मर्यादा के अनुकूल नहीं था। सुबोध राय ने जैसे ही कहा कि जिस दल के चार विधायक हैं, उस पार्टी के ऐसे नेता मंत्री बन गए जो किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। इतना सुनते ही मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि संवैधानिक प्रावधानों के तहत बना हूं। अतिपिछड़ा की पीठ में खंजर भोंकने वाले सवाल नहीं उठा सकते। विरासत में राजनीति नहीं मिली है। जेल से फोन मुझे भी आया है। कैसे डिप्टी सीएम बनाने का ऑफर दिया गया, जल्द ही सार्वजनिक करूंगा।

राबड़ी देवी ने कहा कि मुझपर दागी का आरोप लगाने वाले बताएं कि कौन दागी नहीं हैं। इस पर मंत्री मंगल पांडेय ने नाराजगी जताई और कहा कि यह सदन की मर्यादा का उल्लंघन है। सुनील कुमार सिंह ने जैसे ही कहा कि दिनकर की जमीन पर कब्जा कर लिया गया है तो नीरज कुमार और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने आपत्ति जताई और कहा कि ऐसा करने वाला कभी बच ही नहीं सकता, यह निराधार व अनर्गल आरोप है। सुनील सिंह को ही सुशील मोदी ने कहा कि कोई टाई पहनने से काबिल नहीं बन जाता, नियमों की जानकारी होनी चाहिए। कागज है तो उसे दिखाया जाना चाहिए। 

गुलाम गौस ने जब कहा कि देश की जनता ने युवराजों को नकार दिया है। इस पर जब सुबोध राय ने टोका तो वे बोले कि यह सदन है, यहां लाठी नहीं चलेगी। टोकाटाकी का दौर अंत तक जारी रहा। सीएम के भाषण के बाद जब कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने संशोधन प्रस्ताव को बहुमत के आधार पर हटाना चाहा तो विपक्षी सदस्य सदन का बहिष्कार कर बाहर चले गए। 

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