आभूषण लूटकांड: प्रेमिका के घर सरगना ने रची थी डाके की साजिश
प्रेमिका के घर सरगना ने आशियाना-दीघा रोड स्थित पंचवटी रत्नालय एवं ज्वेलरी बुटीक से पांच करोड़ के जेवरात की डकैती करने की साजिश रची थी। रविवार को एसआईटी ने उसकी प्रेमिका के घर छापा मारा। सूत्रों की...
प्रेमिका के घर सरगना ने आशियाना-दीघा रोड स्थित पंचवटी रत्नालय एवं ज्वेलरी बुटीक से पांच करोड़ के जेवरात की डकैती करने की साजिश रची थी। रविवार को एसआईटी ने उसकी प्रेमिका के घर छापा मारा। सूत्रों की मानें तो प्रेमिका और उसके परिजनों को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है।
गिरोह का सरगना कई दिनों तक प्रेमिका के घर ठहरा था। यहां उसके कई साथी भी आते-जाते थे, जिनसे डकैती को लेकर चर्चा होती थी। खबर है कि पुलिस को सरगना के कई मोबाइल नंबर भी मिले हैं, जिनके जरिये अपराधियों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। दो मोबाइलों को भी इस जगह से पुलिस ने जब्त किया है। इस डकैती कांड को सुलझाने में डकैतों की प्रेमिका पुलिस के लिए तुरुप का पत्ता साबित हो सकती है।
वाट्सएप पर बात करता था सरगना
तफ्तीश के दौरान यह बात भी सामने आ रही है कि डकैत गिरोह का सरगना अपनी प्रेमिका और गैंग के अन्य सदस्यों से वाट्सएप पर बातचीत करता था। उसने कई लोगों से चैटिंग भी की है।
राजीवनगर से कार बरामद
राजीवनगर इलाके से पुलिस ने संदिग्ध कार को बरामद किया है। उसके मालिक का नाम पता चल चुका है। अब तक कार का कोई दावेदार नहीं पहुंचा है। पुलिस ने गाड़ी को जब्त कर लिया है। दूसरी ओर खगौल के रहने वाले बंटी, सिंटू और दीपक के घर पर पुलिस ने छापेमारी की थी। तीनों नहीं मिले। पुलिस उनके परिजनों से पूछताछ कर रही है।
राजीवनगर थाने की रेकी की थी पुलिस के मूवमेंट पर थी नजर
पेशेवर गैंग ने पंचवटी रत्नालय में डकैती से पहले राजीवनगर थाना तक की रेकी कर ली थी। अपराधियों को पुलिस के हरेक मूवमेंट का पता था। डकैत जानते थे कि राजीवनगर थाना बिना थानेदार चल रहा है। वहां की गश्ती व्यवस्था भी चरमरायी हुई है। डकैती के दौरान अपराधी सड़क के दोनों ओर मौजूद थे। उनकी नजर पुलिस की गश्ती गाड़ियों पर थी। चारों ओर से अपराधी पुलिस पर नजर रख रहे थे। सूत्रों की मानें तो सीसीटीवी कैमरों में अपराधियों की रेकी की तस्वीर भी आयी है। घटना के रोज अपराधी राजीवनगर थाने के सामने से भी गुजरे। पूरे शहर की वाहन चेकिंग व्यवस्था पर भी उनकी नजर थी।
अपराधी जानते थे कि किस रास्ते पर लगा है सीसी कैमरा
डकैतों ने घटना को अंजाम देने के बाद भागने का रास्ता पहले से ही तय कर लिया था। उन्हें पता था कि सीसीटीवी कैमरा किस ओर लगा है। लिहाजा भागने के लिए ऐसे ही रास्तों को चुना गया। हालांकि जिन रास्तों से डकैत भागे, उनमें से कई जगहों पर निजी कैमरे लगे थे। उन्हीं कैमरों में डकैतों के फुटेज पुलिस को मिले।