पटना के अधिकतर कोचिंग सेंटरों पर बुनियादी सुविधाओं का अभाव, प्रशासन की जांच में मिलीं कई खामियां
दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद पटना जिले के करीब 20 हजार से ज्यादा कोचिंग संस्थानों की जांच की जा रही है। मंगलवार को पहले दिन अधिकतर कोचिंग सेंटरों में जांच टीम को खामियां मिली हैं।
दिल्ली में कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में डूबने से तीन छात्रों की मौत के बाद डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर मंगलवार को पटना के कोचिंग संस्थानों की जांच की गई। इस दौरान कई संस्थानों में खामियां मिलीं। कई कोचिंग में बुनियादी सुविधाओं का अभाव दिखा। पटना सदर, दानापुर, बाढ़, पटना सिटी और मसौढ़ी के एसडीओ ने जांच की। इस दौरान कई कोचिंग में बेसमेंट, पार्किंग, शौचालय, पेयजल, निकास और प्रवेश द्वार की पर्याप्त व्यवस्था नहीं दिखी। एसडीओ प्रदीप कुमार सिंह ने दानापुर अनुमंडल क्षेत्र में स्थित कोचिंग संस्थानों में सगुना मोड़, बेली रोड और गोला रोड स्थित कोचिंग का निरीक्षण किया।
संस्थानों में बुनियादी सुविधाएं जिसमें बेसमेंट, पार्किंग, शौचालय, फायर ऑडिट, बिल्डिंग बायलॉज, कोचिंग संस्थाओं का विधिवत निबंधन और संस्थान में प्रवेश एवं निकास की पर्याप्त व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। जांच में पाया गया कि कई संस्थानों में वाशरूम, शौचालय, पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं है। संस्थानों में आने जाने के रास्ते आपात स्थिति से निपटने के अनुरूप नहीं हैं। बेली रोड स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के अलावा किसी कोचिंग संस्थान के द्वारा निबंधन साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया गया। एसडीओ ने बताया कि जिन संस्थानों की जांच की गई है उसकी रिपोर्ट डीएम को भेज दी गई है। जिलाधिकारी से आदेश मिलने के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी। संचालकों को निर्देश दिया गया कि निबंधन करा संस्थान का संचालन करें।
दो सप्ताह में देनी है रिपोर्ट
डीएम ने सोमवार को अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में 6 टीम गठित की थी। उन्हें अपने-अपने क्षेत्र में कोचिंग संस्थानों की जांच करने का आदेश दिया गया है। कुल 6 टीम बनाई गई है। इसमें संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी को टीम का अध्यक्ष बनाया। हर टीम को अपने-अपने क्षेत्र में मंगलवार से जांच शुरू करने का आदेश दिया था। 2 सप्ताह के अंदर टीम को डीएम को रिपोर्ट सौंपनी है। रिपोर्ट में यदि कोचिंग संस्थान मानक के अनुसार संचालित नहीं पाया जाता है तो उसे बंद किया जाएगा।
पटना सिटी में भी हुई जांच
पटना सिटी के एसडीओ गुंजन सिंह के नेतृत्व में अनुमंडल प्रशासन की टीम ने विभिन्न कोचिंग संस्थानों का निरीक्षण किया। टीम ने बहादुरपुर थाना क्षेत्र के बाजार समिति और बहादुरपुर मोहल्ले के 10 कोचिंग संस्थानों की जांच की। दो पुस्तकालय की भी जांच की गयी। वहीं, डीएम ने बताया कि समय-समय पर कोचिंग संस्थानों को गाइडलाइन के अनुसार संचालित करने का दिशा निर्देश दिया गया है। लेकिन, एक बार नए सिरे से सभी की जांच करना आवश्यक है।
जिला स्तर पर चार सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया
कोचिंग संस्थानों की जांच के लिए डीएम ने जिला स्तर पर भी एक टीम बनाई है। आपदा प्रबंधन के अपर जिला दंडाधिकारी को जांच दल का अध्यक्ष बनाया गया है। अध्यक्ष के अतिरिक्त 3 सदस्य होंगे। दल को 2 सप्ताह में जांच कर रिपोर्ट देनी है। अनुमंडल स्तर पर 6 जांच टीम पहले ही गठित कर चुके हैं। जिला स्तरीय जांच दल कोचिंग संस्थानों के निबंधन की स्थिति,सुरक्षा मानक, बिल्डिंग बाइलॉज, कोचिंग में प्रवेश-निकास द्वार की स्थिति की जांच करेंगे।
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