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Hindi News बिहारउफनाई सोन में फंसी 100 जिंदगियां, देवदूत बन आई NDRF की टीम; पुलिस आउटपोस्ट से संपर्क टूटा

उफनाई सोन में फंसी 100 जिंदगियां, देवदूत बन आई NDRF की टीम; पुलिस आउटपोस्ट से संपर्क टूटा

जब स्थानीय नाविकों ने उफान मार रही नदी में जाने से इनकार कर दिया तब प्रशासन ने NDRF और SDRF की टीमों को उन्हें बचाने के लिए बुलाया। इन टीमों ने लोगों से कहा है कि वो पैनिक ना करें।

उफनाई सोन में फंसी 100 जिंदगियां, देवदूत बन आई NDRF की टीम; पुलिस आउटपोस्ट से संपर्क टूटा
Nishant Nandanप्रसून के मिश्रा,सासारामMon, 05 Aug 2024 06:25 PM
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बिहार में सोन नदी रौद्र रूप दिखा रही है। रोहतास जिले में सोन नदी का कहर बरप रही है और लोग यहां त्राहिमाम कर रहे हैं। सोन नदी का अचानक जलस्तर बढ़ने से यहां 100 से ज्यादा लोग नदी में बने एक ऊंचे टीले पर फंस गए। हालांकि, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें देवदूत बनकर आईं और कई लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है। 

झारखंड और छत्तीसगढ़ से पानी छोड़ने की वजह से सोन नदी इस वक्त लबालब है। झारखंड की कोयल नदी और छत्तीसगढ़ की कनहर नदी से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने की वजह से सोन से जुड़े इलाके नौहट्टा और रोहतास ब्लॉक में बाढ़ जैसे हालात हैं। सोन, कोयल और कनहर नदी के जलमग्न क्षेत्रों में तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। 

बिहार-झारखंड और छत्तीसगढ़ सीमा के अंतिम छोर पर मौजूद यदुनाथपुर पुलिस आउटपोस्ट का कनेक्शन बाकी दुनिया से कट गया है। बता दें कि यह एक घने जंगलों वाला नक्सल प्रभावित इलाका है। आउटपोस्ट के इंचार्ज अशोक कुमार ने कहा कि डेहरी-यदुनाथपुर रोड पर सोन नदी के पानी के अत्यधिक बहाव की वजह से यह संपर्क कटा है। 

सोन पर बने इंद्रपुरी बैराज के सभी 69 गेट खोल दिए गए हैं और दबाव कम करने के लिए 4.5 लाख क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा जा रहा है। Water resource department, डेहरी, के मुख्य इंजीनियर सुजीत कुमार ने कहा कि इसी वजह से सोन नदी का जलस्तर बढ़ा है। 

आपको बता दें कि सैकड़ों किसान रोहतास में सोन नदी के तटीय इलाकों में बने ऊंचे स्थानों पर बने टीलों पर अपने पशुओं के साथ रहते हैं और व्यापक पैमाने पर अवैध तरीके से खेती भी करते हैं। जब अचानक नदी का जलस्तर बढ़ जाता है तब उनकी जिंदगी मुश्किल में पड़ जाती है। प्रशासन को भी उनकी जान बचाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। 

एडिशनल डीएम, रोहतास, चंद्रशेखर प्रसाद सिंह ने कहा कि नौहट्टा ब्लॉक में मधुकुपिया, अमौहा और नवादी खुर्द में करीब 50 लोग फंस गए हैं। इतने ही लोग रोहतास ब्लॉक में भी नदी के बीच फंस गए। जब स्थानीय नाविकों ने उफान मार रही नदी में जाने से इनकार कर दिया तब प्रशासन ने NDRF और SDRF की टीमों को उन्हें बचाने के लिए बुलाया। इन टीमों ने लोगों से कहा है कि वो पैनिक ना करें और किसी भी कीमत पर नदी में ना जाएं। 

राहत और बचाव दल ने नौहट्टा में करीब 50 से ज्यादा लोगों को बचाया। इसके अलावा रोहतास ब्लॉक में फंसे 50 लोगों को भी बचाने की कोशिश की जा रही है। बता दें कि रविवार को नहाने के दौरान 92 साल के कर्मदेव पासवान और 72 साल के ढुकल साव उफनाई नदी में बह गए थे।

बंद हुआ सोन नहर

इधर सोन नदी में भारी उफान के बाद सोन नहर को बंद कर दिया गया है। संभावित खतरों को देखते हुए नहर में पानी की आपूर्ति तत्काल रोक दी गई है। सोन नदी में इतनी पानी की आपूर्ति के बाद नहरों में उसे प्रवाहित करने से उसके क्षतिग्रस्त होने की आशंका थी। लिहाजा, उसे फिलहाल बंद किया गया है। हालांकि वहां पहले से पर्याप्त पानी उपलब्ध है। यही नहीं ठीक-ठाक बारिश के बाद भी नहरों में पानी है। विभाग का कहना है नहर को बंद करने से सिंचाई कार्य प्रभावित नहीं होंगे।