नवंबर माह का वेतन और पेंशन कर्मचारियों को अब 30 नवंबर की जगह 1 दिसंबर को मिलेगा। इस महीने बैंक अब केवल शुक्रवार 27 नवंबर को खुलेगा। 26 नवंबर को ट्रेड यूनियन के आह्वान पर कई बैंक यूनियनों के शामिल होने के कारण ज्यादातर बैंकों की शाखाएं बंद रहेंगी और कामकाज प्रभावित होंगे।
28 नवंबर को महीने का चौथा शनिवार होने के कारण बैंकों में बंदी रहेगी। 29 नवंबर को रविवार होने के कारण और 30 नवंबर (सोमवार) को गुरुनानक जयंती के मौके पर बैंक बंद रहेंगे। बैंकों में सामान्य कामकाज 27 नवंबर के बाद 1 दिसंबर से होगा। 30 नवंबर को जिन कार्यालयों से वेतन और पेंशन बैंकों के माध्यम से निर्गत होता है अब उन कर्मचारियों व पेंशनरों को नवंबर महीने का वेतन व पेंशन एक दिसंबर को मिलेगा।
एक दिवसीय हड़ताल का असर कार्यालयों पर
केंद्रीय ट्रेड यूनियन के आह्वान पर 26 नवंबर को आयोजित एक दिवसीय हड़ताल का असर राजधानी के बैंक, बीएसएनएल, आयकर कार्यालय सहित अन्य केंद्र सरकार के कार्यालयों के कामकाज पर पड़ेगा। हड़ताल को सफल बनाने के लिए बुधवार को तैयारियां चलती रहीं। विभिन्न संगठनों द्वारा कई बैठकों का आयोजन भी किया गया। अपनी-अपनी मांगों के साथ कर्मचारी गुरुवार को सड़कों पर उतरेंगे। सुबह नौ बजे से ही हड़ताली कर्मचारी अपनी मांगों के समर्थन में कार्यालयों के सामने धरना-प्रदर्शन और नारेबाजी करेंगे।
बैंक कामकाज होगा प्रभावित
हड़ताल में स्टेट बैंक और प्राइवेट बैंकों की शाखाओं को छोड़कर तमाम व्यावसायिक बैंक, ग्रामीण बैंक और कोऑपरेटिव बैंकों के ज्यादातर कर्मचारी शामिल हो रहे हैं। इसे सफल बनाने के लिए कोतवाली थाना स्थित इलाहाबाद बैंक यूनियन कार्यालय में बुधवार को बैठक हुई। संगठन के महामंत्री उत्पलकांत ने कहा कि इसके पूरे बिहार के लोग शामिल हुए और रणनीति पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि बैंक हड़ताल के कारण बैंकों के मंडलीय कार्यालय और एटीएम तक प्रभावित होंगे। ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के वरीय उपाध्यक्ष डॉ. कुमार अरविन्द ने कहा कि हड़ताल के कारण बैंक शाखा के साथ-साथ क्लीयरिंग हाउस के कामकाज पर असर पड़ेगा।
बिहार प्रोविंशियल बैंक इम्पलॉय एसोसिएशन के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद ने कहा कि हड़ताल में व्यावसायिक बैंकों के साथ-साथ ग्रामीण बैंक और कॉपरेटिव बैंक के कर्मचारी भी शामिल होंगे। ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर एसोसिएशन के संयुक्त सचिव डीएन त्रिवेदी ने कहा कि हड़ताल में बैंकों के निजीकरण का प्रस्ताव वापस लेने, बैंकों में जमा राशि पर ब्याज बढ़ाने, कॉरपोरेट घरानों से एनपीए ऋण की वसूली, आउटसोर्सिंग पर प्रतिबंध, पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू करना आदि प्रमुख मांगें हैं। दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक इम्पलॉयज एसोसिएशन के महासचिव मिथुन कुमार ने कहा कि हड़ताल के समर्थन में ग्रामीण बैंक कर्मचारी प्रधान कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन करेंगे।