ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहारकुख्यात नक्सली संदीप यादव की मौत, बिहार-झारखंड समेत कई राज्यों में था वांटेड, 50 लाख से अधिक का था इनाम

कुख्यात नक्सली संदीप यादव की मौत, बिहार-झारखंड समेत कई राज्यों में था वांटेड, 50 लाख से अधिक का था इनाम

भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता संदीप यादव उर्फ विजय यादव की तलाश पुलिस को पिछले 25 सालों से अधिक समय से थी। संदीप यादव पर बिहार-झारखंड समेत कई राज्यों में 50 लाख से अधिक का इनाम था।

कुख्यात नक्सली संदीप यादव की मौत, बिहार-झारखंड समेत कई राज्यों में था वांटेड, 50 लाख से अधिक का था इनाम
गया हिन्दुस्तानThu, 26 May 2022 09:10 AM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमिटी एवं मध्य जोन के प्रभारी शीर्ष नक्सली नेता संदीप यादव उर्फ विजय यादव की मौत हो गई है। बताया जाता है कि जंगल में उनका शव मिला था। कुछ अज्ञात लोगों ने उनका शव गया के बांकेबाजार के बाबुरामडीह गांव में चबूतरे पर छोड़ दिया। इनके चेहरे, हाथ और पैर पर जख्म के निशान हैं। संदीप पर बिहार-झारखंड सहित अन्य राज्यों में लाखों रुपये का इनाम है। दो साल पहले की पुलिस रिपोर्ट के अनुसार संदीप यादव 88 नक्सली केसों का नामजद अभियुक्त था। ईडी ने बांकेबाजार में इनकी जमीन जब्त कर ली थी।

बुधवार की देर रात गांव में भारी संख्या में पुलिस और सीआरपीएफ पहुंची है। संदीप यादव के बेटे सोनू कुमार ने अपने पिता के शव की पहचान की है। बताया कि उनके पिता का शव गांव में कुछ लोग आकर छोड़ गए। अब इनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। दूसरी तरफ सीआरपीएफ के अधिकारी अवधेश कुमार व विनोद कुमार ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इधर गया की एसएसपी हरप्रीत कौर ने कहा कि शव की पहचान करायी जा रही है।

भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता संदीप यादव उर्फ विजय यादव की तलाश पुलिस को पिछले 25 सालों से अधिक समय से थी। संदीप यादव पर बिहार-झारखंड समेत कई राज्यों में 50 लाख से अधिक का इनाम था। संदीप यादव को पकड़ने के लिए कई राज्यों की पुलिस परेशान थी। उनकी मौत की भनक लगते ही बांकेबाजार के बाबूरामडीह गांव में पुलिस महकमा पहुंच गया। पुलिस के शीर्ष अधिकारी बाबूरामडीह गांव रात 11:00 बजे पहुंचे।

संदीप यादव के शव को देखने के लिए गांव में हजारों लोगों की भीड़ जुटी थी। सभी की निगाहें संदीप यादव के शव पर थी। पुलिस प्रशासन शव की पहचान कराने को लेकर परेशान रही। संदीप यादव के बड़े पुत्र सोनू कुमार ने बताया कि पापा की मौत हो गई है। शव गांव के चबुतरे पर चार अज्ञात लोगों ने छोड़ दिया था। इधर, मौत के बाद उनके परिजनों में शोक व्याप्त है।

रात में शव के पास बैठे रहे लोग, पुलिस की तैनाती और चेकिंग

शव पहुंचते ही गांव वालों की भीड़ जमा हो गई। देर रात तक दूसरे गांव के लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। लोग देर रात तक आते रहे। बांकेबाजार से बाबूरामडीह गांव जाने वाली सड़क पर पुलिस की भारी संख्या में तैनाती कर दी गई है। रात के वक्त पुलिस भी एक-एक कदम फूंक-फूंक कर रख रही थी। इधर, गांव पहुंचे सीआरपीएफ के कमांडेंट ऑफिसर कमलेश सिंह ने बताया कि संदीप यादव की तलाश पुलिस पिछले 25 सालों से कर रही थी। उनकी मौत किन कारणों से हुई है इसका खुलासा फिलहाल नहीं हुआ है। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत का कारण साफ हो पाएगा।

 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें