विधानसभा चुनाव चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ चुनाव जीतेगा एनडीए: सुशील मोदी
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल करेगी। इतिहास गवाह है कि जब-जब भाजपा-जदयू साथ चुनाव लड़ी है, विरोधियों का सफाया हुआ है।...
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल करेगी। इतिहास गवाह है कि जब-जब भाजपा-जदयू साथ चुनाव लड़ी है, विरोधियों का सफाया हुआ है। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव का आया परिणाम इसका उदाहरण है। 2020 में होने वाले चुनाव में 2010 से भी अधिक सीटें हासिल होगी।
भाजपा के विधान पार्षद रजनीश कुमार के आवास पर आयोजित दही-चूड़ा भोज में पत्रकारों से बातचीत में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि महागठबंधन जहां नेतृत्व के मुद्दे पर बंटा हुआ है वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के स्पष्ट कर देने के बाद एनडीए पूरी तरह से एकजुट है और आने वाले विधानसभा चुनाव में तीन चौथाई सीट पर जीत सुनिश्चित है। महागठबंधन जहां नेतृत्व सहित अन्य मुद्दों पर बिखराव का शिकार है वहीं एनडीए पूरी तरह से एकजुट है। आगामी बिहार विधान सभा चुनाव में भी एनडीए तीन चौथाई सीटों पर सफलता हासिल कर एक बार फिर सरकार बनाएगी।
राजद की यात्रा पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिकता कानून व एनआरसी पर एक वर्ग विशेष को डरा कर अपना वोट बैंक बचाने के लिए राजद सीमांचल में यात्रा निकाल रहा है। दरअसल , राजद और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम में होड़ है। एनडीए विधानसभा में नागरिकता कानून व एनपीआर पर बहस के लिए तैयार है। किशनगंज विधानसभा सीट पर ओवैसी की पार्टी की जीत और विगत लोकसभा चुनाव में राजद के वोट बैंक के बिखराव के बाद एक वर्ग विशेष को डरा कर वोट बैंक बचाने के लिए राजद सीमांचल की यात्रा आयोजित कर रहा है। यात्रा का मकसद नागरिकता कानून का विरोध नहीं बल्कि वोट बैंक बचाने की घबड़ाहट है।
जल संसाधन मंत्री संजय झा ने नागरिकता कानून पर जदयू के स्टैंड को स्पष्ट कर दिया है। एनपीआर, नागरिकता नहीं जनसंख्या का रजिस्टर है जिसके लिए किसी से कोई दस्तावेज नहीं मांगा जाएगा। एनआरसी पर प्रधानमंत्री के स्पष्टीकरण के बावजूद कुछ लोग समाज में भ्रम फैला रहे हैं। एनडीए नागरिकता कानून, एनपीआर आदि पर विधान सभा में बहस के लिए तैयार है। आगामी सत्र के प्रारम्भ में ही बहस हो ताकि सभी दलों को अपनी राय रखने का मौका मिले। दही-चूड़ा भोज में पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू सहित अन्य नेता मौजूद थे।