बिहार: गया में नक्सलियों का तांडव, एक ही परिवार के चार लोगों को फांसी पर लटकाया, घर को बम से उड़ाया
काली वर्दी में आए भाकपा माओवादी के हथियारबंद नक्सलियों ने शनिवार की शाम एक ही परिवार की दो महिलाओं सहित चार व्यक्तियों की हत्या कर दी। इसके बाद शवों को उनके घर के बाहर गोशाला में नारियल की रस्सी के...

काली वर्दी में आए भाकपा माओवादी के हथियारबंद नक्सलियों ने शनिवार की शाम एक ही परिवार की दो महिलाओं सहित चार व्यक्तियों की हत्या कर दी। इसके बाद शवों को उनके घर के बाहर गोशाला में नारियल की रस्सी के सहारे लटका दिया। इसके बाद नक्सलियों ने घर को बम से उड़ा दिया। यह दर्दनाक घटना डुमरिया थाना क्षेत्र की काचर पंचायत के मौनबार गांव के बघमरवा टोले की है। यह वही स्थान है, जहां मार्च 2021 में चार नक्सलियों को कोबरा कमांडो ने मार गिराया था।
महिलाएं खाना बना रही थीं, उसी दौरान की हत्या
मृतकों की पहचान सत्येंद्र सिंह भोक्ता और उनके सगे भाई महेंद्र सिंह भोक्ता तथा दोनों की पत्नियां क्रमश: मनोजवा देवी और सुनीता देवी के रूप में की गई है। इस वारदात को नक्सलियों ने शनिवार की शाम करीब सात बजे तब अंजाम दिया, जब घर की महिलाएं खाना पकाने में लगी थीं।
पहले दरवाजा खोलवाया, फिर घर में घुस की हत्या
इस भयानक हत्याकांड के शिकार बने सत्येंद्र सिंह भोक्ता की 15 वर्षीय बेटी शोभा कुमारी ने बताया कि शाम करीब सात बजे नक्सलियों का जत्था आया। घर के लोगों ने जब दरवाजा खोला तो तमाम लोग घर में घुस गए। घर के सभी लोगों को एक जगह आंगन में इकट्ठा कर चार व्यक्तियों क्रमश: उसके माता-पिता और चाचा-चाची को अलग किया। बाकी तमाम लोगों को घर से निकाल कर दूसरे घर में बंद कर दिया। कुछ देर बाद रोने-चिल्लाने की आवाजें आईं, फिर घर जलता दिखा। डर से कोई घर से नहीं निकला। सुबह जब लोग घर से निकले तो चारों व्यक्तियों के शव झाले में लटके मिले।
पर्चा में लिखा- हत्या की साजिश का बदला लिया
हत्याकांड के बाद भाकपा माओवादी के नक्सलियों द्वारा मौके पर छोड़े गए हस्तलिखित पर्चे में कहा गया है कि चार क्रांतिकारियों की हत्या की साजिश का बदला लिया गया है। मालूम हो कि इसी वर्ष 16 मार्च को कोबरा कमांडो के साथ हुई कथित मुठभेड़ में चार नक्सली मारे गए थे। नक्सलियों ने मुठभेड़ को फर्जी बताया था। नक्सलियों का आरोप था कि नक्सलियों को मौत के घाट उतारे जाने में सत्येंद्र सिंह और महेंद्र सिंह के परिवार ने भी साजिश की थी।
नक्सलियों ने मुखबिरी के नाम पर बेकसूर लोगों को फांसी लगा दी। जिस घटना की मुखबिरी की बात हो रही है, उसमें इनपुट कहीं और से मिला था। यह घटना शर्मनाक है। प्राथमिकी दर्ज कर सर्च अभियान जारी है। कुछ नक्सलियों को चिह्नित किया गया है। चारों के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
-आदित्य कुमार, एसएसपी, गया