Navlakha Palace: 9 लाख चांदी के सिक्कों से बना था नौलखा पैलेस, आज भी देखने आते हैं पर्यटक
Naulakha Palace: बिहार के मधुबनी (Madhubani) जिले के पास मौजूद नवलखा पैलेस है जिसे राजनगर पैलेस के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि इस महल को 9 लाख चांदी के सिक्कों से बनाया गया था।
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Naulakha Palace: बिहार के मधुबनी जिले के पास कमला नदी के पूर्वी तट पर नवलखा पैलेस है, जिसे राजनगर पैलेस भी कहा जाता है। नवलखा पैलेस एक प्राचीन शाही महल है जो इस क्षेत्र में एक लोकप्रिय इमारत है। महाराजा रामेश्वर सिंह द्वारा निर्मित इस महल में बगीचे, तालाब और भव्य मंदिर मौजूद था। हालांकि 1934 में भूकंप आने पर इस जगह को बड़ी क्षति हुई इसके बाद इसकी कभी मरम्मत नहीं हो पाई। फिलहाल ये जगह खंडहर में तब्दील हो चुकी है। हालांकि फिर भी इस जगह की शानदार वास्तुकला को देखने आज भी कई पर्यटक यहां आते हैं।
नवलखा पैलेस में एक केंद्रीय मीनार है जो सात मंजिला है। मूल रूप से इसके परिसर के उत्तरी छोर की ओर एक दुर्गा भवन था। भवन के सामने एक चमकदार तालाब है और इसके उत्तर में देवी काली को समर्पित एक सफेद संगमरमर का मंदिर है। दुर्गा भवन अब भी मौजूद है जबकि अन्य संरचनाओं को नष्ट कर दिया गया है। यह हाथी दांत संगमरमर से बना है और ताजमहल जैसा दिखता है। पोर्टिको में सीमेंट के हाथियों पर चार मेहराब हैं।
नौलखा पैलेस गोंडल क्षेत्र का सबसे पुराना महल है। पहली मंजिल के एक हिस्से में एक संग्रहालय है, जिसमें कमरों के ऊपर लकड़ी और पत्थर से बनी नक्काशी है। इसके साथ ही इसके दरवाजों पर सुंदर वास्तुकला हैं। महल के बाईं ओर के बगल के कमरे में रसोई के बर्तन और भारी वजन का तराजू है। माना जाता है कि महाराजा के जन्मदिन पर उन्हें सोने के बराबर तौला जाता था, जिसे बाद में गरीबों को दान कर दिया जाता था।