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बालिका गृह कांड: हैवानियत के अड्डे पर चला हथौड़ा, टूटने लगा बालिका गृह

दर्जनों बच्चियों की सिसकियों ने जहां दम तोड़ा, अब उसे तोड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है। गुरुवार से हैवानित के अड्डे पर हथौड़े चलना शुरू हुआ तो पूरे शहर की नजर बालिका गृह कांड के किंगपिन ब्रजेश ठाकुर...

बालिका गृह कांड: हैवानियत के अड्डे पर चला हथौड़ा, टूटने लगा बालिका गृह
मुजफ्फरपुर। कार्यालय संवाददाताFri, 14 Dec 2018 11:48 AM
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दर्जनों बच्चियों की सिसकियों ने जहां दम तोड़ा, अब उसे तोड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है। गुरुवार से हैवानित के अड्डे पर हथौड़े चलना शुरू हुआ तो पूरे शहर की नजर बालिका गृह कांड के किंगपिन ब्रजेश ठाकुर के पांच मंजिले भवन पर जम गई। इसमें से चार मंजिलों के टूटने तक शहर के साहू रोड में हथौड़े की गूंज सुनाई देगी। गुरुवार को पूरी तैयारी के साथ नगर निगम की टीम ने बालिका गृह के अवैध भवन को तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी। पहले ही दिन स्टोर रूम व पानी टंकी को तोड़कर गिरा दिया गया। शाम में कार्रवाई का जायजा लेने इस केस के आईओ (सीबीआई) भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने निगम की टीम से इस बारे में जानकारी भी ली।

दोपहर बाद पांच सदस्यीय इंजीनियरों की टीम व दो दंडाधिकारियों की उपस्थिति में निगम के मजदूरों ने बालिका गृह को तोड़ने के लिए हथौड़ा चलाना शुरू किया। अति संकीर्ण गली-मोहल्ले में बिल्डिंग बायलॉज के विरुद्ध बने इस भवन को पूरी तरह टूटने में एक पखवाड़ा लगने का अनुमान निगम की टीम को है। चूंकि भवन बुलडोजर से न तोड़ श्रमिकों के हथौड़े से तोड़े जा रहे हैं।

इससे पहले सुबह करीब 11 बजे कार्यपालक अभियंता सुरेश प्रसाद सिन्हा के नेतृत्व में इंजीनियरों की टीम बालिका गृह पहुंची। इसके बाद दो दंडाधिकारी और मजूदर हथौड़ी व छेनी लेकर पहुंचे। दंडाधिकारियों की मौजूदगी में कार्यपालक अभियंता ने बालिका गृह में लगे सील को खोला। फिर वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी कराई। बिजली मिस्त्री ने कनेक्शन काटा। जल प्रशाखा के मिस्त्री ने पानी टंकी के वायरिंग को हटाया और दोपहर करीब 1.13 मिनट पर तोड़ने की कार्रवाई शुरू हुई। 

डीएसपी ने लिया सुरक्षा व्यवस्था का जायजा-
एसएपी मनोज कुमार के निर्देश पर नगर डीएसपी मुकुल कुमार रंजन ने बालिका गृह के आसपास सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही दो सेक्शन फोर्स (10 जवान) को बालिका गृह भवन के आसपास प्रतिनियुक्त किया। कार्यपालक अभियंता से कार्रवाई के संबंध में जानकारी ली। करीब आधा घंटा बालिका गृह परिसर में रुकने के बाद अपने कार्यालय के लिए निकल गए। 

कार्यपालक अभियंता ने जताया एतराज-
कार्यपालक अभियंता ने बालिका गृह के टूटने की पूरी प्रक्रिया के कवरेज के लिए जुटे मीडियाकर्मियों के बालिका गृह के अंदर जाने पर एतराज जताया। हालांकि बाद में कुछ देर के लिए जाने की अनुमति दी। 

40 मजदूरों को तोड़ने में लगाया गया-
बालिका गृह के भवन को तोड़ने में 40 मिस्त्री व मजदूरों को निगम की ओर से लगाया गया। शुक्रवार को बालिका गृह भवन को चौतरफा बांस-बल्ला लगाकर घेरा जाएगा। साथ ही उसे ढंककर तोड़ा जाएगा। ताकि मलबे से मोहल्लावासियों को परेशानी व क्षति नहीं हो। 

जुटी रही स्थानीय लोगों की भीड़-
भवन तोड़े जाने की सूचना पर सुबह से ही स्थानीय लोगों में सनसनी बनी हुई थी। जैसे की निगम की टीम बालिका गृह पहुंची, स्थानीय लोग भी बालिका गृह के आसपास जुटने लगे। निगम कर्मियों के आग्रह पर परिसर से निकले, लेकिन पूरे दिन उनलोगों की निगाह टूटते बालिका गृह पर बनी रही। इस दौरान कई तरह की बातें व चर्चांए भी होती रहीं। 

नहीं दिखे ब्रजेश के परिजन व रिश्तेदार-
निगम की टीम बालिका गृह के भवन को तोड़ रही थी। भवन पर हथौड़े की चोट से तेज आवाज मोहल्ले में गूंजती रही, लेकिन ब्रजेश ठाकुर के परिजन व रिश्तेदार मोहल्ले में नहीं दिखे। ब्रजेश के घर में ताला लगा हुआ था। संभावना जतायी गई कि परिजन सुबह में ही किसी रिश्तेदार के घर चले गए थे। 

क्या था मामला-
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर शुरू हुई कांड की जांच के दौरान टीम ने बालिका गृह के भवन पर आपत्ति जताई थी। इससे पहले पुलिस की जांच टीम भी भवन की बनावट पर सवाल उठा चुकी थी। भवन निर्माण को लेकर उठे सवालों पर नगर आयुक्त ने मामले की सुनवाई की। निगम की जांच में भी पाया गया कि बालिका गृह का भवन बिल्डिंग बायलॉज के अनुरूप नहीं है। मानकों की अनदेखी की गई है। इसके बाद नगर आयुक्त ने इस भवन को ध्वस्त करने का आदेश जारी किया। दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर सोमवार से जब्ती सूची बनाने व कमरा खाली कराने की प्रक्रिया शुरू की गई। 
 

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