कुढ़नी उपचुनाव: मुकेश सहनी ने कहा- वीआईपी को मिला भूमिहार-ब्राह्मण का समर्थन
कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव में सवर्णो के बडे संगठन भूमिहार-ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट के विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रत्याशी नीलाभ कुमार को समर्थन दिए जाने से वीआईपी उत्साहित है।
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मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव में सवर्णो के बडे संगठन भूमिहार-ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट के विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रत्याशी नीलाभ कुमार को समर्थन दिए जाने से वीआईपी उत्साहित है। इस बीच, गुरुवार को निषाद संघर्ष मोर्चा ने भी इस उपचुनाव में वीआईपी को समर्थन दिया है।
मुकेश सहनी ने गुरुवार को दोनों संगठनों को धन्यवाद देते हुए और आभार जताते हुए कहा कि वीआईपी बिना किसी भेदभाव के सर्वसमाज को साथ लेकर चलने पर विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि वीआईपी प्रारंभ से ही भूमिहारों और ब्राह्मणों का सम्मान करती है और आगे भी करेगी। उन्होंने भूमिहार-ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट के लोगों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में वीआईपी के कोटे में जितनी भी सीटें आए लेकिन एक लोकसभा सीट पर वह भूमिहार ब्राह्मण समाज से आने वाले व्यक्ति को टिकट देंगी।
उन्होंने कहा कि आज किसी भी राजनीतिक दलों की प्राथमिकता गरीब होने चाहिए, नहीं कि जाति होनी चाहिए। जब सभी गरीब आगे बढ़ंेंगे तभी राज्य और देश का विकास हो सकता है। उन्होंने भूमिहार-ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अजीत कुमार सहित अन्य पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का वीआईपी प्रत्याशी को समर्थन दिए जाने पर आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने सही प्रत्याशी की पहचान कर समर्थन दिया है, जिसके लिए वीआईपी पार्टी फ्रंट के सभी लोगों को धन्यवाद देती है और आभार जताती है।
सहनी ने निषाद संघर्ष मोर्चा द्वारा भी वीआईपी के प्रत्याशी को समर्थन दिए जाने पर धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि पहले राजनीतिक दलों की सोच थी कि निषाद का बेटा केवल मछली मारने का ही काम कर सकता है, लेकिन आज जब वह अपने अधिकार और हक के लिए राजनीति में अपनी हिस्सेदारी के लिए संघर्ष कर रहा है, तो अन्य लोगों की परेशानी बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि आज हमें परेशान किया जा रहा है। विधायकों को तोडा जा रहा है।
वीआईपी प्रमुख ने परेशान करने वाले राजनीतिक दलों को चेतावनी देते हुए कहा कि निषाद का बेटा परेशान होने से डरता नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जाल लेकर निषाद का बेटा जब नदी में उतरता है तो उसे भी मछली पकड़ने के लिए संघर्ष करना पड़ता है, तब जाल में मछली आती है। यही शिक्षा प्रारंभ से निषाद के बच्चों को मिलती है।
उन्होंने कहा कि यही कारण है कि हम डरते नहीं बल्कि संघर्ष कर हक और अधिकार की बात करते हैं। उन्होंने कुढ़नी उपचुनाव में जीत का दावा करते हुए कहा कि कोई भी पार्टी वीआईपी के मुकाबले में नहीं है। उन्होनंे सभी लोगों को एकजुट रहने का आह्वान करते हुए कहा कि यह चुनाव परिणाम राज्य की राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत देगी।