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बेगूसराय में क्यों बुरे फंसे मोदी के मंत्री, गाड़ी छोड़ बाइक से निकले गिरिराज सिंह, जानिए क्योंं?

इधर मीडिया से बातचीच में एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा, 'हम अपना मांगपत्र लेकर आए थे। हमलोगों को किसी चीज का मतभेद नहीं है, सिर्फ वो हम लोगों की बात भी सुन लेते तो हम वापस चले जाते।'

बेगूसराय में क्यों बुरे फंसे मोदी के मंत्री, गाड़ी छोड़ बाइक से निकले गिरिराज सिंह, जानिए क्योंं?
Nishant Nandanलाइव हिन्दुस्तान,बेगूसरायSun, 04 Aug 2024 01:54 PM
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नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्री और बिहार के बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह अपने ही संसदीय क्षेत्र में फंस गए। हालत यह हो गई कि मोदी के मंत्री को अपनी गाड़ी छोड़ कर बाइक से निकलना पड़ा। दरअसल जिले में सांसद गिरिराज सिंह एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे लेकिन यहां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मी लगातार प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय मंत्री की गाड़ी को घेर लिया और फिर सड़क पर जमकर ड्रामा हुआ। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बेगूसराय में ANM कर्मी अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, रविवार को गिरिराज सिंह डाकबंगला रोड के पास एक शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे थे। इसी दौरान कैंटीन चौक के पास केंद्रीय मंत्री के घेराव की कोशिश की गई। लेकिन जब केंद्रीय मंत्री का काफिला नहीं रूका तब दर्जनों एएनएम गर्ल्स स्कूल पहुंच गईं और जब केंद्रीय मंत्री का कार्यक्रम खत्म हो गया तब उनकी गाड़ी को उन्होंने सड़क पर घेर लिया। 

संविदा पर बहाल यह स्वास्थ्य कर्मी सड़क पर केंद्रीय मंत्री को अपनी 12 सूत्री मांगों से अवगत करा रही थीं। बता दें कि पिछले 22 जुलाई से बिहार चिकित्सा स्वास्थ्यकर्मी संघ के बैनर तले दर्जनों ANM कार्य का बहिष्कार कर रहे हैं। अब प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि जैसे ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को अपना मांगपत्र सौंपने की कोशिश की तो वो अपनी गाड़ी छोड़ कर बाइक से चले गए। हंगामे के बीच आधे घंटे बाद पुलिस ने किसी तरह आक्रोशित भीड़ से मंत्री के वाहन को छुड़वाया।

हमारी बात तो सुन लेते - प्रदर्शनकारी

मीडिया से बातचीच में एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा, 'हम अपना मांगपत्र लेकर आए थे। हमलोगों को किसी चीज का मतभेद नहीं है, सिर्फ वो हमलोगों की बात सुन लेते तो हम वापस चले जाते। लेकिन वो हम लोगों को देख कर अपनी गाड़ी छोड़ कर बाइक पर बैठ चले गए। ये क्या जनता के प्रतिनिधि का काम है। जिस समय उनको वोट लेनी होती है वो दरवाजे-दरवाजे पर जाते हैं कि हम आपकी सेवा करेंगे, हमें वोट दीजिए। लेकिन आज जब एक कर्मी उनसे मिलने आई तो वो क्या किए...अपनी गाड़ी छोड़ बाइक से चले गए। 

क्या है मांग

आपको बता दें कि स्वास्थ्य मिशन कर्मी समान काम के बदले समान वेतन, राज्यकर्मी का दर्जा, महिला कर्मियों की सुरक्षा गारंटी, नियमित वेतन भुगतान, स्वास्थ्य केंद्रों पर मूलभूत सुविधाएं, फेस रिकॉग्नाइज्ड सिस्ट को खत्म करने संबंधित अपनी कुछ मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।