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बिहार में तेज आंधी और पानी से जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त, ठनका से 23 की मौत

पटना सहित बिहार के कई हिस्सों में मंगलवार को आंधी-पानी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कई जिलों में गरज के साथ भारी बारिश हुई। 50 से 60 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी चली। इस दौरान ठनका गिरने से विभिन्न...

बिहार में तेज आंधी और पानी से जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त, ठनका से 23 की मौत
पटना, हिन्दुस्तान टीमTue, 05 May 2020 10:25 PM
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पटना सहित बिहार के कई हिस्सों में मंगलवार को आंधी-पानी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कई जिलों में गरज के साथ भारी बारिश हुई। 50 से 60 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी चली। इस दौरान ठनका गिरने से विभिन्न जिलों में 23 लोगों की मौत हो गई।

आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार मृतकों में पटना के तीन लोग हैं  जिनमें दुल्हिनबाजार के दो और बाढ़ का एक व्यक्ति शामिल है। वहीं गया में दो, रोहतास में एक, जहानाबाद में दो, शेखपुरा और जमुई में एक-एक की मौत ठनका गिरने से हो गई। जबकि अरवल में एक, कटिहार में दो और नालंदा में एक व्यक्ति की मौत हुई। जहानाबाद, नालंदा और शेखपुरा में ठनका से तीन लोग झुलस गए। इस बीच जिलों से मिली जानकारी के अनुसार सीतामढ़ी में दो और दरभंगा, सहरसा, बांका तथा सीवान में भी ठनका की चपेट में आने से एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। सीवान में जान गंवाने वाला शख्स मैरवा का 70 साल का वृद्ध है।  समस्तीपुर में तीन की मौत हुई है।

सभी मृतकों के निकटतम परिजनों को सरकार चार-चार लाख रुपये देगी। सूचना मिलते ही आपदा प्रबंधन ने संबंधित जिलाधिकारियों को कहा है कि वह मृतकों के निकटतम परिजनों को 4-4 लाख रुपये भुगतान कर दें और घायलों का सही तरीके से उपचार कराएं।

मौसम अलर्ट में बताया गया है कि बुधवार को भी पटना सहित राज्य के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है। ठनका भी गिर सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण बारिश की संभावना बनी है। यह साइक्लोनिक सर्कुलेशन पश्चिम में सारण, बक्सर, भोजपुर से पटना, वैशाली, समस्तीपुर, सहरसा,खगड़िया, बेगूसराय, मधेपुरा पूर्णिया और अररिया होते हुए किशनगंज तक गया, जिससे इन जिलों में झमाझम बारिश हुई। तेज हवा चली। आम और लीची की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है।

बुधवार को उत्तर-पूर्व बिहार के जिलों सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, पूर्णिया में अधिकतर जगहों पर बारिश होगी। इसके अलावा दक्षिण पश्चिम बिहार के बक्सर, भोजपुर, भभुआ, रोहतास, जहानाबाद, औरंगाबाद और दक्षिण मध्य बिहार के पटना, बेगूसराय, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, गया आदि में कुछ जगहों पर बारिश की संभावना है। मंगवार को सबसे अधिक 47 मिमी बारिश भागलपुर में हुई। पटना में 21, गया में 13 और पूर्णिया में 34 मिमी बारिश हुई।

भागलपुर में हुई सबसे अधिक बारिश
मंगवार को सबसे अधिक 47 मिलीमीटर बारिश भागलपुर में हुई। इसके अलावा पटना में 21, गया में 13 और पूर्णिया में 34 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इन जगहों पर आधी भी चली।

तापमान में तीन से चार डिग्री तक गिरावट
उधर, बारिश के कारण पटना सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में दिन के तापमान में तीन से चार डिग्री तक गिरावट आई है। पटना का तापमान 32, गया का 31.8, भागलपुर का 30.4 और पूर्णिया का 31.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

आंधी-पानी से चरमरायी बिजली व्यवस्था
आंधी पानी के साथ हुई बारिश ने मंगलवार की सुबह बिजली व्यवस्था चरमरा दी। सामान्य दिनों की तुलना में 700 मेगावाट तक कम बिजली आपूर्ति हुई। हालांकि बिजली कंपनी ने देर शाम तक राज्य के अधिकतर इलाकों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था सामान्य करने का दावा किया।
जानकारी के अनुसार सुबह 6:00 बजे राज्य में 3000 मेगावाट की बिजली आपूर्ति हो रही थी। लेकिन उसके बाद आंधी और बारिश का सिलसिला शुरू हुआ तो बिजली आपूर्ति बाधित होने लगी। सुबह 8:00 बजे तक बिहार में लगभग 2400 मेगावाट की बिजली आपूर्ति हुई। आंधी-पानी के दौरान 700 मेगावाट तक कम बिजली आपूर्ति हुई। सुबह 11:00 बजे लगभग 2000 मेगावाट तो दिन के 2:00 बजे 2200 मेगावाट बिजली आपूर्ति हुई। शाम 5:00 बजे 2400 मेगावाट बिजली दी गई। रात 8:00 बजे के बाद कंपनी ने 3500 मेगावाट से अधिक की बिजली आपूर्ति की। कंपनी अधिकारियों के अनुसार आंधी पानी के दौरान हुई खराबी ठीक कर ली गई है। आपूर्ति सामान्य है।

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