तेजस्वी ने CM और स्वास्थ्य मंत्री के कोरोना आंकड़ों पर खड़े किए सवाल, पूछा- कौन सच्चा कौन झूठा?
बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी कुमार ने एक बार फिर कोरोन संक्रमण को लेकर नीतीश सरकार पर हमला बोला है। तेजस्वी ने कोरोना पर मुख्यमंत्री नीतीश और स्वास्थ्य मंत्री के पेश आंकड़ों पर सवाल खड़े करते हुए...
बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी कुमार ने एक बार फिर कोरोन संक्रमण को लेकर नीतीश सरकार पर हमला बोला है। तेजस्वी ने कोरोना पर मुख्यमंत्री नीतीश और स्वास्थ्य मंत्री के पेश आंकड़ों पर सवाल खड़े करते हुए पूछा- कौन सच्चा और कौन झूठा?
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि सरकार ने जनता को तो धोखा दिया ही है, स्वास्थ्य मंत्री ने सदन में भी गलत आंकड़ा पेश किया है। उनके अनुसार आधे से अधिक जांच आरटी पीसीआर से हो रही है, जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री को जो आंकड़ा दिया है, उसके अनुसार यह जांच मात्र 10% हो रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने इस डबल इंजन की सरकार को कोरोना फंड से वंचित कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने पीएम को सूचना दी कि राज्य के 5 मेडिकल कॉलेजों में आरटी पीसीआर की जांच हो रही है लेकिन सच यह है कि अब तक इसका प्रस्ताव भी नहीं गया है। नेता प्रतिपक्ष बक्सर निकलने से पहले अपने आवास पर प्रेस को संबोधित करते रहे थे।
इस आरोप लेकर उन्होंने एक ट्वीट भी किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री ने सदन में मुझे बताया कि कुल कोरोना जाँच में से 52.9% RT-PCR, 17.9% TrueNat और 29% Antigen टेस्ट हो रहे हैंं। लेकिन CM नीतीश कुमार ने 11 अगस्त को PM के साथ समीक्षा बैठक में बताया कि बिहार में प्रतिदिन 10% से भी कम RT-PCR जाँच हो रही है। कौन सच्चा? कौन झूठा?
बिहार के स्वास्थ्यमंत्री ने सदन में मुझे बताया कि कुल कोरोना जाँच में से 52.9% RT-PCR, 17.9% TrueNat और 29% Antigen टेस्ट हो रहे है। लेकिन CM नीतीश कुमार ने 11 अगस्त को PM के साथ समीक्षा बैठक में बताया कि बिहार में प्रतिदिन 10% से भी कम RT-PCR जाँच हो रही है। कौन सच्चा? कौन झूठा? pic.twitter.com/x0yhOzB1up
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 13, 2020
कोरोना मुद्दे पर नीतीश सरकार पर लगतार हमलावर रहे नेता प्रतिक्ष ने इस मुद्दे पर एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि बिहार में जब 10 हजार जाँच हो रही थी तो 3000-3500 मरीज मिल रहे थे और अब 75 हजार जांच हो रही तब भी लगभग 3500-4000 मरीज मिल रहे हैं। इसका सीधा मतलब है जाँच में झोल-झाल हो रहा है,आंकड़ों की हेरा फेरी हो रही है।नीतीश जी अपनी जगहसाई से बचने के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट की संख्या बढ़ा रहे हैं।
बिहार में जब 10 हजार जाँच हो रही थी तो 3000-3500 मरीज मिल रहे थे और अब 75 हजार जांच हो रही तब भी लगभग 3500-4000 मरीज मिल रहे है।इसका सीधा मतलब है जाँच में झोल-झाल हो रहा है,आंकड़ों की हेरा फेरी हो रही है।नीतीश जी अपनी जगहसाई से बचने के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट की संख्या बढ़ा रहे है
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 13, 2020