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पूर्णिया, छपरा और समस्तीपुर में मेडिकल कॉलेजों की जमीन का मसला सुलझा: नड्डा

बिहार में स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्र में हो रहे काम की सोमवार को उच्चस्तरीय समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा,...

पूर्णिया, छपरा और समस्तीपुर में मेडिकल कॉलेजों की जमीन का मसला सुलझा: नड्डा
पटना। हिन्दुस्तान ब्यूरोMon, 09 Jul 2018 11:30 PM
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बिहार में स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्र में हो रहे काम की सोमवार को उच्चस्तरीय समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय भी मौजूद थे। जेपी नड्डा ने बताया कि बिहार में दो चरणों में घोषित आठ मेडिकल कॉलेज के निर्माण में तेजी आएगी।

समीक्षा बैठक की जानकारी देते हुए जेपी नड्डा ने बताया कि फेज एक के तीन मेडिकल कॉलेज को लेकर जमीन का मसला सुलझ गया है। इसके तहत पूर्णिया, छपरा और समस्तीपुर में मेडिकल कॉलेजों का निर्माण होना है। वहीं, दूसरे चरण में प्रस्तावित पांच मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन चिह्नित हो गई है। जल्द ही इसपर काम शुरू होगा। दूसरे चरण में झंझारपुर, सीतामढ़ी, सीवान, बक्सर और जमुई में मेडिकल कॉलेज बनने हैं।

उन्होंने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्साहवर्द्धक प्रगति हुई है। जमीनी स्तर पर अच्छा काम हो रहा है। भारत सरकार भी राज्य सरकार को पूरी मदद दे रही है। कहा कि मातृत्व मृत्यु दर में पिछले दस वर्षों में काफी कमी आई है। यह 312 से घाटकर 165 हो गया है। शिशु मृत्यु दर में भी चार प्वाइंट की कमी दर्ज की गई है। यह 42 से घटकर 38 हो गया है।

सुपर स्पेशियलिटी विभाग का काम जारी
जेपी नड्डा ने कहा कि राज्य में बन रहे सुपर स्पेशियलिटी डिपार्टमेंट में कुछ का काम दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। बाकी के काम भी तेजी से हो रहे हैं। इस क्षेत्र में दो-तीन रुकावटें थी जो दूर होंगी। राज्य के पांच मेडिकल कॉलेजों में सुपर स्पेशियलिटी डिपार्टमेंट का निर्माण चल रहा है।

टीबी उन्मूलन के बिहार मॉडल को अपनाएगा केंद्र
जेपी नड्डा ने कालाजार और टीबी उन्मूलन के क्षेत्र में हो रहे कार्यों की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने टीबी की बीमारी की जानकारी देने को प्राइवेट अस्पतालों के नोटिफाइड करने की जो व्यवस्था लागू की है वह बहुत अच्छा है। केंद्र के स्तर पर भी ऐसा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि टीबी उन्मूलन के लिए नीति में बदलाव किया जा रहा है। जल्द ही टीबी के लिए एक नई दवा आएगी। वहीं कालाजार भी अब खत्म होने के कगार पर है। दस ब्लॉक रह गए हैं। यहां भी नीति में बदलाव करते हुए सरकार पक्के मकान बनाने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। कच्चे मकान में कालाजार की संभावना अधिक रहती है।

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