रघुवंश प्रसाद सिंह के RJD से इस्तीफे के बाद लालू ने लिखी चिट्ठी, बोले- आप कहीं नहीं जा रहे, समझ लीजिए
राष्ट्रीय जनता दल से इस्तीफा देने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक पत्र लिखा है। लालू ने कहा है कि रघुवंश बाबू पहले आप स्वस्थ हो जाइए। फिर बैठकर बात करेंगे। लालू ने यह...
राष्ट्रीय जनता दल से इस्तीफा देने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक पत्र लिखा है। लालू ने कहा है कि रघुवंश बाबू पहले आप स्वस्थ हो जाइए। फिर बैठकर बात करेंगे। लालू ने यह भी लिखा है कि आप कहीं नहीं जा रहे हैं, समझ लीजिए। राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने गुरुवार की सुबह लालू को 30 शब्दों की चिट्ठी लिखकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इसी के जवाब में लालू ने उन्हें चिट्ठी लिखी है। रांची स्थित होटवार जेल के अधीक्षक की अनुमति से पत्र मीडिया में जारी हुआ है।
रांची से रघुवंश प्रसाद सिंह को भेजी गई चिट्ठी में लालू प्रसाद यादव ने लिखा है, 'प्रिय रघुवंश बाबू, आपके द्वारा कथित तौर पर लिखी एक चिट्ठी मीडिया में चलाई जा रही है। मुझे वो विश्वास ही नहीं होता। अभी मेरे और मेरे परिवार के साथ ही राजद परिवार भी आपको स्वस्थ होकर अपने बीच देखना चाहता है।'
लालू आगे लिखते हैं, 'चार दशकों में हमने हर राजनीतिक, सामाजिक और यहां तक कि पारिवारिक में मिल बैठकर विचार किया है। आप जल्द स्वस्थ हों, फिर बैठ के बात करेंगे। आप कहीं नहीं जा रहे हैं। समझ लीजिए। आपका, लालू प्रसाद।'
We will talk once you are well. You are not going anywhere: RJD leader Lalu Yadav in a letter to Raghuvansh Prasad Singh
— ANI (@ANI) September 10, 2020
Raghuvansh Prasad Singh had resigned from the party, earlier today and is currently admitted at All India Institute of Medical Sciences (AIIMS), Delhi. pic.twitter.com/wGu68MTsCJ
दिल्ली स्थित एम्स में इलाज करा रहे रघुवंश प्रसाद सिंह ने गुरुवार की सुबह लालू प्रसाद यादव को एक चिट्ठी लिख कर पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपने छोटे पत्र में लिखा, 'जननायक कर्पूरी ठाकुर के निधन के बाद 32 वर्षों तक आपके पीठ पीछे खड़ा रहा, लेकिन अब नहीं। पार्टी के नेता, कार्यकर्ताओं और आमजन ने बड़ा स्नेह दिया, मुझे क्षमा करें।' इस पत्र के सामने आने के बाद विधानसभा चुनाव के पहले राजद के लिए एक बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि अब खुद लालू यादव ने रघुवंश प्रसाद को पत्र लिखकर उन्हें मनाने की कोशिश शुरू कर दी है।