वोट लिया JDU के नाम पर, प्रभावित हो रहे हैं बीजेपी से; जेडीयू ने अपनी ही पार्टी के सांसद से मांगा इस्तीफा
जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने सुनील कुमार पिंटू से इस्तीफे की मांग कर दी है। नीरज कुमार ने कहा कि अगर सांसद को ‘मोदी है तो मुमकिन’ लग रहा है तो इस्तीफा दीजिए और बाहर आ जाइए।

तीन राज्यों (राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़) में मिली शानदार जीत के बाद बीजेपी नेता और कार्रयर्ता काफी उत्साहित है। पार्टी के कई वरिष्ठ नेता इन राज्यों में मिली जीत का श्रेय सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दे रहे हैं। इतना ही नहीं लगता है विपक्ष पर भी पीएम मोदी का जादू चल गया है। तभी तो तीन राज्यों में बीजेपी को मिली जीत के बाद जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर दी। हालांकि जेडीयू को यह बात नागवार गुजरी है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने सुनील पिंटू से इस्तीफे की मांग कर दी है। नीरज कुमार ने कहा कि अगर सांसद को ‘मोदी है तो मुमकिन’ लग रहा है तो इस्तीफा दीजिए और बाहर आ जाइए। सांसद ने जदयू के नाम पर वोट लिया था, इसलिए अब समय कम ही बचा है, इस्तीफा दीजिए।
बता दें कि जेडीयू सांसद ने कहा था कि जिन चार राज्यों के चुनाव परिणाम आए, उसमें तीन राज्यों में भाजपा पूर्ण बहुमत से सरकार बना रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जो नारा दिया था ‘मोदी है तो मुमकिन है’, ‘मोदी है तो गारंटी है’ उस पर जनता ने मुहर लगाई है। चुनाव के नतीजे ने यह बता दिया है कि मोदी पर जनता को भरोसा है, तभी तीन राज्यों में भाजपा को बहुमत मिला और इससे यह साबित होता है कि जनता को मोदी की गारंटी पर पूरा भरोसा है।
गौरतलब है कि सुनील पिंटू मूल रूप से बीजेपी के ही नेता हैं। सीतामढ़ी विधानसभा सीट से वो तीन बार भाजपा विधायक रह चुके हैं। 2019 के चुनाव में वो बीजेपी से लोकसभा का टिकट मांग रहे थे लेकिन सीट एनडीए गठबंधन में जेडीयू के खाते में चली गई। फिर जेडीयू और बीजेपी की आपसी समझ से सुनील पिंटू जेडीयू में शामिल हो गए और लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता भी। जेडीयू सीतामढ़ी से वरुण कुमार को कैंडिडेट घोषित कर चुकी थी लेकिन फिर सिंबल वापस लेकर सुनील पिंटू को टिकट दिया गया था।