बीजेपी व मोदी सरकार पर भड़के ललन सिंह, कहा- 2023 का सबसे बड़ा जुमला है महिला आरक्षण बिल
ललन सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी (प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी) और बीजेपी की महिला को आरक्षण देने की ईच्छा है ही नहीं। ललन सिंह ने दावा करते हुए कहा कि 2023 का सबसे बड़ा जुमला है महिला आरक्षण बिल।

महिला आरक्षण बिल को लेकर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। ललन सिंह ने कहा है कि महिला आरक्षण के नाम पर प्रधानमंत्री ने इवेंट मैनेजमेंट किया। इसलिए विशेष सत्र बुलाया गया, जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम का इवेंट होता है और उसी तरह का इवेंट मैनेजमेंट किया गया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी (प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी) और बीजेपी की महिला को आरक्षण देने की ईच्छा है ही नहीं। ललन सिंह ने दावा करते हुए कहा कि 2023 का सबसे बड़ा जुमला है महिला आरक्षण बिल।
पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान ललन सिंह ने कहा कि महिला सशक्तिकरण पर उनका विश्वास नहीं है। विश्वास यदि रहता है तो 9 साल में नहीं देते, अब जब 6 महीना चुनाव बच गया है तो महिला सशक्तिकरण की बात कर रहे हैं। ललन सिंह ने सवालिया लहजे में पूछा कि नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने महिलाओं को आरक्षण दिया था क्या?
ललन सिंह ने कहा कि जो महिला आरक्षण का बिल लाया है उसमें क्या है? पहले जनगणना होगी, फिर परिसीमन होगा। उसके लिए परिसीमन आयोग बनेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बता रहे हैं कि लोकसभा चुनाव के बाद जनगणना होगी, फिर परिसीमन आयोग बनेगा। तब तक 2029 आ जाएगा तो महिला आरक्षण के नाम पर जुमलेबाजी कर रहे हैं। उनकी कोई इच्छा नहीं है महिला आरक्षण लागू करें।
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आरक्षण में आरक्षण पूरे देश की मांग है। मांग हो रही है, इसीलिए जाति आधारित जनगणना कराई है। ललन सिंह ने कहा कि जनगणना होने के बाद ही पता चलेगा कि समाज की क्या आबादी है और उसके हिसाब से उस पर महिला को आरक्षण दिया जा सकता है। ललन सिंह ने दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक समुदाय के पिछले तबके की भी आरक्षण की वकालत की।
