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गंदगी व कचरा होने पर आईजीआईएमएस पर 12 लाख का जुर्माना

अस्पताल में गंदगी व बायो कचरा का अंबार होने और करीब डेढ़ साल तक ऐसी ही स्थिति बनाए रखने के कारण आईजीआईएमएस पर 12 लाख 56 हजार 250 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने...

गंदगी व कचरा होने पर आईजीआईएमएस पर 12 लाख का जुर्माना
पटना। वरीय संवाददाताThu, 13 Feb 2020 10:09 AM
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अस्पताल में गंदगी व बायो कचरा का अंबार होने और करीब डेढ़ साल तक ऐसी ही स्थिति बनाए रखने के कारण आईजीआईएमएस पर 12 लाख 56 हजार 250 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने यह जुर्माना लगाया है। आईजीआईएमएस प्रशासन को यह दंड जीव-चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन नियमावली 2016 के प्रावधानों का उल्लंघन करने और पर्यावरण को भारी क्षति पहुंचाने का दोषी पाया गया है।

प्रदूषण बोर्ड ने जुर्माने की राशि को अगले 15 दिनों में भुगतान करने को कहा है। साथ ही प्रदूषण बोर्ड की टीम द्वारा जो कमियां पायी गई हैं, उसे अगले 30 दिनों में दूर करने को कहा गया है। आईजीआईएमएस जुर्माने की राशि का भुगतान और कर्मियों को दूर नहीं करेगा तो आईजीआईएमएस प्रशासन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पर्यावरणीय नियमों का उल्लंघन करने पर दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अधीक्षक को भी पत्र लिखकर पूछा गया है कि क्यों नहीं उनपर उचित पर्यावरणीय क्षतिपूर्ति दंड लगाया जाए। प्रदूषण बोर्ड ने डीएमसीएच से 15 दिनों में जवाब मांगा है।

जांच में ईटीपी और एसटीपी दोनों बंद पाया गया
प्रदूषण बोर्ड ने आठ अगस्त 2019 को आईजीआईएमएस का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान इंफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट दोनों बंद पाये गए। साथ ही बायो कचरे का पृथकरण सही तरीके से नहीं किया जा रहा है। गंदगी और कचरे का अंबार होने से उस इलाके के आवासीय क्षेत्र का पर्यावरण प्रदूषित हुआ। लोगों का इलाज करने के बजाय आईजीआईएमएस बीमार बना रहा है। इस संबंध में प्रदूषण बोर्ड ने नौ सितंबर 2019 को नोटिस भी दिया था। वहीं तीन फरवरी 2020 को प्रदूषण बोर्ड ने दोबारा निरीक्षण किया। संस्थान ने घोर लापरवाही की और बदहाल स्थिति बरकरार रही। पर्यावरणीय नियमों का उल्लंघन करने पर अधिक से अधिक पांच वर्षों की जेल हो सकती है।

आईजीआईएमएस का कड़वा सच
संस्थान के ईटीपी और एसटीपी बंद पाये गये
रंगीन बैग और कंटेनर में अलग-अलग बायो कचरा के भंडारण की केन्द्रीयकृत व्यवस्था नहीं
रंगीन कोडित कंटेनरों एवं थैलियों में बायो कचरा का पृथकरण ठीक से नहीं किया जा रहा है
बायो कचरा के उत्पादन व निपटारे के आंकड़ों का रख-रखाव ठीक से नहीं किया जा रहा

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