शर्मनाक: 10 मिनट और लेट आती पुलिस तो चिता पर जला दी जाती जिंदा महिला
अगर पुलिस के पहुंचने में दस मिनट भी विलंब होता, तो महिला जिंदा जला दी जाती। चिता सजा दी गई थी और कफन में लिपटी जिंदा महिला को रख दिया गया था। सिर्फ मुखाग्नि की रस्म बाकी थी। ऐन वक्त पर...
अगर पुलिस के पहुंचने में दस मिनट भी विलंब होता, तो महिला जिंदा जला दी जाती। चिता सजा दी गई थी और कफन में लिपटी जिंदा महिला को रख दिया गया था। सिर्फ मुखाग्नि की रस्म बाकी थी। ऐन वक्त पर पुलिस पहुंच गई। घटना संदेश थाना क्षेत्र के सारीपुर बालू घाट की है। महिला संदेश गांव निवासी रवीन्द्र ठाकुर की पत्नी लक्ष्मी देवी है। उक्त महिला का संदेश रेफरल अस्पताल में इलाज चल रहा है। महिला ने पूछताछ में बताया कि उसे 12-13 वर्षों से संतान नहीं हो रही है। इसको लेकर उसे प्रताड़ित किया जाता था। वह चिता पर कैसे पहुंची और कौन ले गया, उसे कुछ भी पता नहीं है। महिला को जलाने का आरोप पति समेत उसके ससुराल वालों पर ही लगाया जा रहा है।
सोमवार की शाम सारीपुर बालू घाट के समीप कुछ लोग एक जिंदा महिला को जलाने की तैयारी कर रहे हैं ऐसी सूचना अज्ञात लोगों ने पुलिस को दी थी। सूचना मिलते ही दारोगा अवधेश सिंह व एएसआई कैशर अली वहां पहुंच गए। पुलिस को देखते ही लोग भाग खड़े हुए। पुलिस उसे बेहोशी की हालत में चिता से उठाकर संदेश रेफरल अस्पताल ले गयी। इलाज के बाद महिला को होश आया तो उसने अपना नाम बताया। दारोगा ने बताया कि लक्ष्मी देवी का मायके बचरी गांव में है। उसकी शादी संदेश गांव निवासी रवीन्द्र ठाकुर के साथ हुई है। घटना के बाद से ससुराल के लोग घर से फरार हैं। मायके वालों को सूचना दे दी गयी है। महिला के शरीर पर जख्म के निशान नहीं मिले हैं।
सदर एसडीपीओ ने बताया कि बच्चा नहीं होने पर महिला के साथ अक्सर मारपीट की जाती थी। उसे प्रताड़ित किया जाता था लेकिन सोमवार को मारपीट नहीं हुई। पीरियड होने के कारण वह बेहोश हो गई। वह कैसे चिता पर पहुंची, इसकी छानबीन की जा रही है।