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शर्मनाक! शव को घसीट कर ठेले पर रखा फिर 22 किमी दूर गंगा में फेंका

पीएमसीएच की बजाय बीच राह में मरीज को एम्बुलेंस से उतारने का मामला अभी ठंडा हुआ भी नहीं था कि गंगा में लाश फेंकने के मामले ने जिला प्रशासन के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की किरकिरी करा दी। 23 दिसंबर को...

शर्मनाक! शव को घसीट कर ठेले पर रखा फिर 22 किमी दूर गंगा में फेंका
हिन्दुस्तान टीम, बेगूसरायWed, 27 Dec 2017 07:09 PM
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पीएमसीएच की बजाय बीच राह में मरीज को एम्बुलेंस से उतारने का मामला अभी ठंडा हुआ भी नहीं था कि गंगा में लाश फेंकने के मामले ने जिला प्रशासन के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की किरकिरी करा दी।

23 दिसंबर को साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के कल्याणपुर के समीप कंबल में लिपटी अज्ञात युवक की लाश मिली थी। पोस्टमार्टम के बाद पहचान के लिए शव को 72 घंटे सदर अस्पताल में रखा गया। बावजूद शव की पहचान का नहीं हो सकी। मंगलवार को पूर्व की भांति निजी संस्था को लाश सौंप दी गयी। उसके दाह-संस्कार के लिए नगर निगम 3 हजार तो साहेबपुर कमाल के थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने डेढ़ हजार रुपये दिये। 

लेकिन संस्था के लोगों ने लाश को जलाने की बजाय किसी तरह ठिकाने लगाने की जुगत लगाती रही। आखिरकार, ठेला से ले जाकर शव को सिमरिया धाम में गंगा की धार में बहा दिया। 

कैसे हुआ भंडाफोड़
निजी संस्था द्वारा अज्ञात शव को यूं ही फेंकने के मामले कई बार उठाये गये थे। जिले के अधिकारी व कर्मी के साथ ही अन्य जिम्मेवार मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे थे। तब, कुछ लोगों ने मामले को उजागर करने का बीड़ा उठाया। मंगलवार को अज्ञात लाश को रिक्शा पर लादने से लेकर गंगा में प्रवाहित करने के कार्य को कैमरे में कद किया। सोशल मीडिया पर बुधवार को यह मामला छा गया।

कहते हैं हाकिम 
अज्ञात लाश के दाह-संस्कार के लिए एनजीओ को नगर निगम की ओर 3 हजार रुपये दिये जाते हैं। यदि लाश गंगा नदी में फेंकी गयी है तो मामला गंभीर है। एनजीओ के संचालक को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण पूछा जा रहा है। मामला सही पाया गया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. हरिनारायण सिंह, सिविल सर्जन
 
दाह-संस्कार की बजाय शव को गंगा में फेंकने का मामला गंभीर है। शिकायत मिलने पर संस्था का निबंधन रद्द करने की अनुशंसा के साथ ही ठेकेदार पर कार्रवाई की जाएगी।
जनार्दन कुमार, सदर एसडीओ 

शव के दाह-संस्कार के लिए संस्था को 15 सौ रुपये दिये। अगर उसने गंगा में लाश फेंक दी है तो उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दी गयी है। उनकी अनुशंसा के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।
राजेश कुमार, थानाध्यक्ष, साहेबपुर कमाल

सदर अस्पताल के उपाधीक्षकव संबंधित थाने की अनुशंसा पर वर्ष 2012 से अज्ञात लाश के अंतिम संस्कार के लिए नगर निगम 3 हजार रुपये देता है। इस मामले में भी संस्था को 3 हजार रुपये दे दिये गये हैं।
प्रकाश कुमार, सिटी मैनेजर, नगर निगम

मामले की जानकारी हमें मिली है। यह काफी गंभीर मामला है। जांच का आदेश सदर एसडीओ को दिया गया। रिपोर्ट आते ही दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
मो. नौशाद युसूफ, डीएम 
 

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