यहां अधेड़ की दुल्हन बना दी जाती हैं नाबालिग बेटियां, कोई मजबूरी या कारोबार? जवाब दीजिए सरकार
सबसे अधिक यूपी के बरेली, कानपुर, हरियाणा आदि स्थानों पर नाबालिक लड़कियों की शादी अधेड़ उम्र के लोगों के साथ कर दी जा रही है। मां बाप को रुपए का लालच दिखा कर तस्कर गिरोह लड़कियों को बेच कमाई कर रहा है।
बिहार के पश्चिमी चंपारण से बड़ी संख्या में नाबालिग लड़कियों की शादी दूसरे राज्यों के अधेड़ लोगों के साथ हो रही है। गंडक पार के अन्य प्रखंडों की तरह पिपरासी प्रखंड में भी शादी की आड़ में नाबालिक लड़कियों की तस्करी बड़े पैमाने पर हो रही है। इसमें कुछ स्थानीय बिचौलियों की बड़ी भूमिका है जो गरीब और कटाव पीड़ित परिवार को तस्करी गिरोह में शामिल लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। इसमें बिचौलियों की अच्छी कमाई हो रही है। इसमें अभी तक दो दर्जन से अधिक नाबालिक लड़कियों को तस्करी गिरोह के लोग शादी के नाम पर मोटी रकम ले कर बेच चुके है। इनकी मदद से शादी के नाम पर खेलने पढ़ने की उम्र में लड़कियों का सौदा किया जा रहा है।
सबसे अधिक यूपी के बरेली, कानपुर, हरियाणा आदि स्थानों पर नाबालिक लड़कियों की शादी अधेड़ उम्र के लोगों के साथ कर दी जा रही है। मंझरिया पंचायत की एक वार्ड सदस्य ने बताया कि यह गिरोह बीते चार पांच वर्षो से सक्रिय है। सामान्य रूप से देखा जाता है की गांव के लोगों की रिश्तेदारी अधिकांश रूप से किस क्षेत्र में है। उस क्षेत्र में लोग आसानी से अपने बच्चों की शादी किसी न किसी मध्यम से करते हैं। लेकिन जिन क्षेत्रों में दूर दूर तक कोई संपर्क नहीं होने के बाद भी वहां पर लड़कियों की शादी होना जांच का विषय है।
मंझरिया पंचायत के बहरिस्थान, पांडेय टोला, श्रीपतनगर आदि गांव की दो दर्जन से अधिक लड़कियों की शादी हुई है। वार्ड सदस्य ने बताया कि वे लोग चार पहिया गाड़ियों में आते है और स्थानीय गिरोह के सदस्यों के साथ रहते हैं। गरीब परिवार के लोगों को मोटी रकम देकर यूपी के किसी मंदिर लड़की की शादी अधेड़ से कर देते हैं। इसमें लड़की के परिवार के लोगों को भी पैसा दिया जाता है साथ ही स्थानीय गिरोह के सदस्य अच्छी खासी कमाई कर लेते हैं।
बहरिस्थान गांव के साथ यूपी के कुछ लोग इस गिरोह के सदस्य हैं। कई बार यूपी के साथ बिहार की पुलिस भी इनसे पूछ ताछ कर चुकी है। लेकिन तह तक पहुंचने से पूर्व ही जांच बंद हो जाती है। स्थानीय सूत्रों की माने तो कटाव के कारण विस्थापित परिवार को लाखों रुपए की लालच देकर ये लोग आराम से फांस ले रहे है। इस तरह पढ़ने और खेलने कूदने की उम्र में अधेड़ के साथ नाबालिगों की शादी कर दी जा रही है।
जिला पार्षद धनेश्वर यादव ने बताया कि उन्हें भी इस तरह की सूचना मिलती है। लेकिन लड़कियों के परिजनों की चुप्पी के कारण कोई कार्रवाई नहीं हो पाती है। वे इस संबंध में डीएम और एसपी को पत्र लिख इस गिरोह के स्थानीय सदस्यों को पकड़ कर कड़ाई से पूछ ताछ की मांग करेंगे। वही ग्रामीण स्तर पर भी लोगों को जागरूक किया जाएगा। ताकि कच्ची उम्र में बच्चियों को फंसाया नहीं जाय। सरकार भी 18 वर्ष से पूर्व लड़कियों की शादी पर रोक लगा दी है। इस सवाल पर पुलिस और प्रशासन भी मामले से पल्ला झाड़ रही है।