मलेशिया में छिपे लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गे होंगे गिफ्तार, बिहार पुलिस लेगी इंटरपोल की मदद
मलेशिया में छिपे लोरेंस बिश्वनोई गैंग के गुर्गों को गिरफ्तार करने के लिए गोपालगंज पुलिस इंटरपोल की मदद मांगी है। कुछ दिन पहले पुलिस ने आस्ट्रिया में निर्मित चार गोलॉक पिस्टल बरामद किए थे।
हथियार तस्करी के मामले में वांछित मलेशिया में शरण लेने वाले लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के बदमाश मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा की गिरफ्तारी के लिए गोपालगंज पुलिस इंटरपोल की मदद लेगी। दो दिन पूर्व राजस्थान के मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा पर एक लाख व राहुल सिंह व भूपेन्द्र सिंह सिंह पर पुलिस ने पचास-पचास हजार का इनाम घोषित किया था। पुलिस के अनुसार मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा के मलेशिया में शरण लिए जाने की जानकारी आस्ट्रिया में निर्मित चार गोलॉक पिस्टल व आठ मैगजीन के साथ गिरफ्तार हथियार तस्करों से पूछताछ व मामले की तफ्तीश में मिली है।
इसके बाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल से मदद मांगी है। इसके लिए जरूरी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। एसपी स्वर्ण प्रभात ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि दो अन्य तस्करों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम छापेमारी कर रही है। बिहार सहित देश के कई राज्यों में हथियार तस्करी के नेटवर्क को खंगालने में भी पुलिस जुटी हुई है। मामले की छानबीन बिहार व झारखंड की एटीएस के साथ कई सुरक्षा एजेंसियां भी कर रही हैं।
22 जुलाई को गोपालगंज के यूपी-बिहार के बलथरी चेकपोस्ट पर कुचायकोट थाने की पुलिस ने नागालैंड के रजिस्ट्रेशन नंबर की बस से आस्ट्रिया निर्मित पिस्टल व मैगजीन के साथ राजस्थान के अजमेर के केशरपुरा थाने के बंगलियाबास के कमल रावत व मुजफ्फरपुर के गायघाट थाने के बोआरी डीह के संतनु शिवम को गिरफ्तार किया था। इन दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने राजस्थान के अजमेर से गिरोह से जुड़े दिनेश सिंह रावत को गिरफ्तार किया था।
इसके बाद तीनों को रिमांड पर लेकर पुलिस ने पूछताछ की थी। जिसमें पता चला था कि हथियार तस्करी गिरोह में अजमेर के ही केसरपुरा थाने के मंगलीवास के राहुल सिंह व राजस्थान के ब्यावर जिले के भूपेन्द्र सिंह सिंह व मलेशिया में रह रहा मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा भी शामिल हैं।