बिहार के सात जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, पटना में झमाझम से जलभराव
बिहार के सात जिलों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन जिलों में पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सुपौल, अररिया, किशनगंज, शिवहर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी शामिल...
बिहार के सात जिलों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन जिलों में पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सुपौल, अररिया, किशनगंज, शिवहर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी शामिल हैं। यहां गरज तड़क के साथ बारिश की चेतावनी जारी की गई है। दरअसल, अभी मानसून ट्रफ नलिया, उदयपुर, गुणा, गोडिंआ, गोपालपुर से होकर गुजर रही है। इसके प्रभाव से उत्तर बिहार की अधिकांश जगहों पर जबकि दक्षिण बिहार में भी कई जगहों पर बारिश के आसार हैं। वहीं, पटना में दिनभर बारिश से शहर की सड़कें और संपर्क पथों के निचले इलाके में जलजमाव हो गया है। ज्यादातर स्थलों से दो से तीन घंटे में बारिश का पानी निकल गया, लेकिन निचले इलाके से पानी निकलने में समय लगा। ऐसा होने से ट्रैफिक धीरे हुई, जिसके कारण जाम की समस्या बन गई।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, अभी सूबे के 11 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। इन जिलों में बांका में छह प्रतिशत, बेगूसराय में 14 प्रतिशत, भोजपुर में नौ प्रतिशत, जमुई में 18 प्रतिशत, लखीसराय में 23 प्रतिशत, मुंगेर में 11 प्रतिशत, पटना में पांच प्रतिशत, पू्णिया में 34 प्रतिशत, सहरसा में 19 प्रतिशत, शेखपुरा में पांच प्रतिशत, शिवहर में चार प्रतिशत कम बारिश हुई है। राज्य में सबसे अधिक बारिश के साथ पश्चिमी चंपारण सबसे आगे है। यहां 79 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। राज्य में अबतक सामान्य से 16 प्रतिशत अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। उत्तर बिहार के जिलों में हाल के दिनों में लगातार बारिश की स्थिति बनी रह रही है।
पटना में झमाझम बारिश के बाद मौसम सुहाना
पटना में झमाझम बारिश के बाद उमस से निजात मिली है। अधिकतम तापमान दो डिग्री नीचे आने से लोगों को राहत महसूस ह़ई। राजधानी पटना व इसके आसपास में गुरुवार को मौसम ने अचानक करवट बदला और काले काले बादल छा गए। दोपहर तक तीखी धूप से हलकान हुए लोगों को मौसम के बदले मिजाज से राहत मिली। हालांकि, गरज तड़क अधिक होने की वजह से लोग आकाशीय बिजली को लेकर आशंकित रहे। मौसम विभाग के अनुसार, पटना में पिछले दो तीन दिनों से अधिकतम तापमान चढ़ा रह रहा था। इसकी वजह से नमी की मात्रा मिलते ही स्थानीय स्तर पर थंडरस्टॉर्म विकसित हुआ। इसकी वजह से गरज तड़क वाले बादल बने। पटना में 5.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
दिनभर बारिश से शहर की सड़कें और संपर्क पथों के निचले इलाके में जलजमाव हो गया है। ज्यादातर स्थलों से दो से तीन घंटे में बारिश का पानी निकल गया, लेकिन निचले इलाके से पानी निकलने में समय लगा। ऐसा होने से ट्रैफिक धीरे हुई, जिसके कारण जाम की समस्या बन गई। निचले इलाके के संपर्क पथ पर जलजमाव से खुले मैनहोल खतरे का कारण बना रहा। अशोक नगर रोड संचया 14बी में एक खुले मैनहोल में ऑटो का अगला चक्का फंस गया। वहीं करबिगहिया स्टेशन के पास वाहन रेंगते रहे। यहां जलजमाव की समस्या काफी देर तक बनी रही। यहां पुल निर्माण के कारण सड़कें जर्जर हो गई हैं। यहां बारिश का पानी निकल नहीं पा रहा है क्योंकि नाला से संपर्क नहीं है। पुराना नाला ध्वस्त हो चुका है।
वहीं, पटना जंक्शन गोलंबर के किनारे में पानी जमा रहा। मस्जिद गली और न्यू मार्केट में भी बारिश का पानी जमा रहा। राजेन्द्र नगर मोइनुलहक स्टेडियम के पास भी जलजमाव हुआ। हालांकि, कुछ देर बाद पानी निकल गया। वहीं, बुद्धमूर्ति मार्ग के पास भी पानी जमा रहा। गर्दनीबाग में रोड संख्या एक से नौ तक बारिश का पानी जमा रहा। नगर निगम के मुताबिक सभी जगह से बारिश का पानी निकल रहा है। सभी संप हाउस चलाया जा रहा हैं। जहां अतिरिक्त पंप की जरूरत हैं वहां पंप से भी पानी निकाला जा रहा हैं। शहर के ज्यादातर हिस्से से पानी निकल गया है।