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नई व्यवस्था- बिहार के सभी पुलों का बनेगा हेल्थ कार्ड : CM नीतीश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पुल-पुलियों का बेहतर रख-रखाव उतना ही महत्वपूर्ण है जितना उनका निर्माण। तभी लोगों को उसका लाभ मिलेगा। हमलोगों ने निर्णय लिया है कि सभी पुलों का हेल्थ कार्ड बनेगा।...

नई व्यवस्था- बिहार के सभी पुलों का बनेगा हेल्थ कार्ड : CM नीतीश
पटना। हिन्दुस्तान ब्यूरो Sat, 27 Jul 2019 08:53 AM
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पुल-पुलियों का बेहतर रख-रखाव उतना ही महत्वपूर्ण है जितना उनका निर्माण। तभी लोगों को उसका लाभ मिलेगा। हमलोगों ने निर्णय लिया है कि सभी पुलों का हेल्थ कार्ड बनेगा। सरकार के पास रिकॉर्ड रहेगा कि कौन पुल किस हालत में है। इनका सेफ्टी ऑडिट भी होगा। जहां भी कमी दिखेगी, तुरंत मरम्मत होगी। सड़कों के निर्माण के साथ ही सात वर्षों तक उसकी मरम्मत की व्यवस्था भी की जाती है। इसी तरह पुलों की मरम्मत नीति बन रही है, जो जल्द आएगी। 

मुख्यमंत्री शुक्रवार को ज्ञान भवन में ‘मेजर ब्रिजेज इन बिहार : इनोवेशन एंड चैलेंजेज’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पुलों की मरम्मत का प्रोटोकॉल बनाएं। पुल प्रबंधन प्रणाली विकसित की जा रही है। उसमें रूटीन निरीक्षण का प्रावधान करें। नदियों पर जो बड़े पुल बने हैं, उसका अंडर वाटर निरीक्षण भी करें। पुल की क्या ताकत है, यह जानना जरूरी है। 

डेडिकेटेड विंग बनेगा
एक डेडिकेटेड विंग बनेगा, जो मरम्मत का कार्य देखेगा। पुलों के नियमित रख-रखाव के लिए सभी अभियंताओं का प्रशिक्षण कराएं। बाद में यह भी देखें कि वे प्रशिक्षित हुए या नहीं। इंजीनियरों का क्षमता वर्धन होगा, तभी पुल की क्षमता बढ़ेगी। कार्यशाला में आप सभी इस पर जरूर सुझाव दें कि पुल-पुलियों का गुणवत्तापूर्ण निर्माण समय सीमा में कैसे हो? खर्च कैसे कम हो। 

बड़ी संख्या में बन रहे पुल-पुलिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के किसी भी क्षेत्र से राजधानी पटना पांच घंटे में पहुंचने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है। इसके लिए बड़ी संख्या में पुल-पुलियों एवं पथों का निर्माण कराया जा रहा है। वर्ष 2017 में फ्लैश फ्लड आया था, जिसके कारण राज्य की सड़कों के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग के पुल एवं सड़क भी क्षतिग्रस्त हुए थे। इस विषय पर भी चर्चा होनी चाहिए कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में होने वाले निर्माण कार्यों में कैसे बेहतर तकनीक का प्रयोग किया जाय। पुलों का निर्माण ऐसा हो कि नदियों के प्रवाह में अवरोध न हो। बिहार राज्य पुल निर्माण निगम का वार्षिक टर्न ओवर 57.39 करोड़ था, जो वर्ष 2018-19 में 28 गुणा बढ़कर 1600 करोड़ हो गया है। 

इंजीनियरिंग में महिलाएं बढ़ेंगी तो पुल बेहतर बनेंगे 
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यशाला में बाहर से भी विशेषज्ञ आए हैं, लेकिन उनमें महिलाओं की संख्या कम दिख रही है। महिलाओं की भूमिका प्रत्येक क्षेत्र में बढ़ी है। यहां भी अगर महिलाओं की संख्या बढ़ेगी तो उनके निर्देशन में पुल और बेहतर बनेंगे। इस पर भी आप सभी को ध्यान देना चाहिए। 

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा : 
गांधी सेतु के समानांतर पुल बनना है
जेपी सेतु के समानांतर भी पुल बनेगा
जेपी सेतु का एलिवेटेड एप्रोच रोड बन रहा 
दानापुर-बिहटा 18 किमी एलिवेटेड सड़क बनेगी 
छपरा में सबसे बड़ा डबल डेकर पुल बन रहा है     

गंगा नदी पर बन रहे 12 नये पुल : मोदी
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि आजादी के बाद जहां गंगा पर मोकामा में राजेंद्र पुल, गांधी सेतु और सोन पर कोइलवर पुल जैसे तीन-चार पुलों का निर्माण हो सका था। वहीं एनडीए की सरकार द्वारा आज सोन नदी पर तीन, गंडक पर पांच, कोसी नदी पर छह और गंगा नदी पर 12 नये पुल बनाए जा रहे हैं। एनडीए सरकार के 14 वर्षों के कार्यकाल में बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड ने 2200 से ज्याद पुल-पुलियों का निर्माण किया। वह शुक्रवार को ज्ञान भवन में ‘मेजर ब्रिजेज इन बिहार : इनोवेशन एंड चैलेंजेज’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में बोल रहे थे। 

पुलों के निर्माण में तेजी आई : नंदकिशोर 
पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने कहा कि 2005 के पहले बिहार की सड़कें काफी खराब हालत में थीं। सड़कों और पुलों के निर्माण में बिहार में काफी तेजी आई है। इस दौरन जो समस्याएं आई हैं, उसका निदान इस कार्यशाल में निकलेगा, ऐसे मुझे उम्मीद है। राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन इंडियन नेशनल ग्रुप (आईएनजी), इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर ब्रिज एंड स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग और बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के तत्वावधान में किया जा रहा है। 

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