देश की सरहद की रक्षा करते चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में हंसते-हंसते प्राण न्योछावर कर देने वाला शहीद भोजपुर का बहादुर बेटा सबको रूला कर चला गया। शुक्रवार को 22 वर्षीय वीर सपूत चंदन को गर्व, गम व गुस्से के बीच नम आंखों से अंतिम विदाई दी गयी। दोपहर 11.55 बजे पैतृक गांव जगदीशपुर के ज्ञानपुरा स्थित बनास नदी के किनारे गोवर्द्धन स्थल के पास पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। पिता हृदयानंद सिंह ने शहीद बेटे को मुखाग्नि दी।
इस अवसर पर सशस्त्र बलों ने शहीद को सलामी व गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस दौरान पूरा इलाका शहीद चंदन अमर रहे के नारे से गूंज उठा। इसके पहले सुबह करीब सात बजे शहीद का पार्थिव शरीर फूलों से सजी एम्बुलेंस से गांव लाया गया। इस दौरान पर पूरा भोजपुर शहीद चंदन अमर रहे, भारत माता की जय, वंदे मातरम व चाइना होश में आओ ...जैसे गगनभेदी नारों से गूंजता रहा। वहीं शहीद चंदन का पार्थिव शरीर आते ही घर में कोहराम और गांव में कोलाहल मच गया। गांव के शहीद बेटे का दर्शन व नमन करने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। इस अवसर पर लोगों में जहां गांव के बेटे की शहादत पर गर्व की अनुभूति थी, तो बहादुर बेटे को खोने का गम और धोखेबाज चीन के खिलाफ काफी गुस्सा भी देखा गया।
बिहार सरकार की ओर से कृषि मंत्री प्रेम कुमार व जिले के प्रभारी मंत्री विनोद कुमार सिंह ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। बाद में स्थानीय सांसद व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह भी पहुंचे और शहीद चंदन की जलती चिता को नमन किया। जगदीशपुर विधायक राम विशुन सिंह लोहिया, अगिआंव विधायक प्रभुनाथ प्रसाद, भोजपुर डीएम रोशन कुशवाहा, एसपी सुशील कुमार, पूर्व विधायक भाई दिनेश, संजय सिंह टाइगर व माले नेता राजू यादव, जदयू जिलाध्यक्ष अशोक शर्मा सहित सहित हजारों लोगों ने शहीद को श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
बिहार रेजिमेंट व बिहार पुलिस ने संयुक्त रूप से शहीद को दी सलामी
शहीद चंदन को अंतिम विदाई देने से पहले सशस्त्र बलों ने सलामी भी दी। इस अवसर पर बिहार रेजिमेंट व बिहार पुलिस के जवानों ने 84 राउंड फायरिंग कर सलामी दी। शहीद के सम्मान में अपने शस्त्रों को झुका दिया। सभी ने पांच मिनट का मौन भी रखा। इस दौरान चीन के विरोध व भारत माता के नारे लगते रहे। शहीद चंदन अमर रहें के गगनभेदी नारे भी लगाये गये। साथ ही लोग तिरंगा लहरते रहे।