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सीमा पर पाक फायरिंग में शहीद हुआ बिहार का लाल-Video

नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना के साथ मुठभेड़ में जिले के डेहरी थाना क्षेत्र के गोपीबिगहा के निवासी लांसनायक रविरंजन कुमार मंगलवार को शहीद हो गया। शहीद होने की सूचना से गोपीबिगहा गांव समेत पूरा...

सीमा पर पाक फायरिंग में शहीद हुआ बिहार का लाल-Video
डेहरी। हिन्दुस्तान टीमWed, 21 Aug 2019 01:00 AM
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नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना के साथ मुठभेड़ में जिले के डेहरी थाना क्षेत्र के गोपीबिगहा के निवासी लांसनायक रविरंजन कुमार मंगलवार को शहीद हो गया। शहीद होने की सूचना से गोपीबिगहा गांव समेत पूरा रोहतास जिला शोकाकुल है। मंगलवार की दोपहर बाद रविरंजन के शहीद होने की खबर आने के बाद पूरा गांव शहीद के घर उमड़ पड़ा। लोग शहीद के परिजनों को सांत्वना देने में जुटे थे। 

बताया जाता है कि गोपी बिगहा के निवासी रामनाथ सिंह यादव का पुत्र रविरंजन कुमार जम्मू कश्मीर के मेंढर क्षेत्र में सेना में लांसनायक के पद पर तैनात थे। जहां मंगलवार को नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना से मुकाबला करते हुए शहीद हो गए। शहीद सैनिक के पिता ने बताया कि दोपहर बाद कमांडेंट ऑफिसर ने दूरभाष से सूचना दी कि पाकिस्तानी सैनिकों के साथ मुठभेड़ में उनके पुत्र को गोली लगी है। वह अस्पताल में भर्ती हैं। कुछ देर बाद सूचना मिली कि उनका पुत्र देश के लिए शहीद हो गया। पति के शहीद होने की सूचना मिलते ही पत्नी रीता देवी छाती पीट-पीटकर रोने लगी। हर किसी से यह कहती रही कि कह दो कि यह सब झूठ है। उमड़ी भीड़ भी शहीद के परिजनों को सांत्वना देने में जुटी थी।

शहीद जवान का एक पुत्र व दो पुत्री हैं। उनके 11 वर्षीय पुत्र शशि कुमार दिव्यांग है। वहीं छह वर्षीय पुत्री सपना कुमारी मुखबधिर है, जबकि दूसरी पुत्री दो वर्षीय पिंकी कुमारी मां की गोद में लिपट कर रो-रो रही थी। घर के दूसरे कोने में शहीद पुत्र की तस्वीर देख मां कौशल्या देवी बार -बार चित्कार मार रो रही थी। परिजनों को सांत्वना देने प्रखंड प्रमुख पूनम देवी के साथ कई अन्य लोग भी पहुंचे। 

विदित हो कि शहीद रविरंजन कुमार के बड़े भाई सुनील कुमार आर्मी में तैनात है। बड़े भाई से प्रेरणा लेकर रविरंजन 1997 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे। उनकी पहली पोस्टिंग बेंग्लुरू में हुई थी। पिता ने शहीद होने पर बताया कि उनका पुत्र एक माह की छुट्टी पर गांव आया था। शनिवार को गांव से ड्यूटी पर गया था। जाते हुए कह गया था कि अब आतंकियों को वह सबक सिखाएगा। लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनका लाल अब वापस नहीं आएगा। पत्नी से कल सुबह में बात हुई थी तो बच्चों का हालचाल पूछते हुए दो दिन बाद बातें करने को कहा था। परिजनों के अनुसार बुधवार को शहीद का पार्थिव शरीर गांव में आएगा। जहां उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। पूर्व विधायक राजेश्वर राज ने सैनिक के शहीद होने पर गहरा दुख जताया है। वहीं प्रशासनिक अधिकारी भी शहीद के गांव पहुंच परिजनों को ढ़ांढ़स बंधाया।

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