हादसा: कपड़े की दुकान में लगी आग, दो मजदूर जिंदा जले
महुआ थाना क्षेत्र के महुआ-हाजीपुर मार्ग के विरना लखनसेन के बोतला चौक पर कपड़े की दुकान में आग लगने से दो मजदूरों की मौत जिंदा जलकर हो गई। यह दर्दनाक घटना सोमवार की देर रात हुआ। बोतला चौक पर मंगलवार...
महुआ थाना क्षेत्र के महुआ-हाजीपुर मार्ग के विरना लखनसेन के बोतला चौक पर कपड़े की दुकान में आग लगने से दो मजदूरों की मौत जिंदा जलकर हो गई। यह दर्दनाक घटना सोमवार की देर रात हुआ। बोतला चौक पर मंगलवार की अहले सुबह जब कपड़ा दुकानदार दुकान खोलने के लिए पहुंचे तो दुकान के अंदर से निकलते धुआं को देखकर वे सन्न रह गए।
मृतक 50 वर्षीय भरत साह महुआ के कन्हौली विशनपरसी निवासी स्व. योगी साह का पुत्र था, जबकि दूसरा 20 वर्षीय मंजीत कुमार पासवान हाजीपुर प्रखंड अन्तर्गत गुमटी गांव के रहने वाला हड़दंगी पासवान का पुत्र था। बताया गया कि दोनों विरना के ही कपड़ा व्यवसायी प्रमोद साह के दुकान में शटर बंदकर सोए हुए थे। इसी बीच अचानक सोमवार की देररात आग लग गई और देखते ही देखते पूरे दुकान के भीतर रखे कपड़ों के साथ दोनों जिंदा जल गए। बाद में लोगों की सूचना पर महुआ से दमकल गाड़ी पहुंची और सुलग रही दुकान को बुझाया। इस बीच दुकान में सोए दोनों मजदूरों की 75 फीसदी से अधिक जला हुआ शव बरामद हुआ। स्थिति यह थी कि जहां से शव को उठाने की कोशिश की जा रही थी, टूट जा रहा था।
धीरज साह धुआं निकलता देख रह गए दंग
सुबह-सुबह दुकान खोलने के लिए धीरज साह टेम्पो चालक सुबोध सिंह के साथ उक्त चौक पर पहुंचे। यहां पर दुकान से धुआं निकालता देखा, दंग रह गए। इस बीच उन्होंने लोगों को सूचना दी और महुआ फॉयर ब्रिगेड को फोन किया। जबतक दमकल गाड़ी पहुंची, तब तक सब कुछ राख हो चुका था। दुकानदार के अनुसार इस अगलगी में करीब आठ लाख के कपड़े जलकर राख हो गए। आग से कुछ भी नहीं बचा। लोगों ने बताया कि मृतक भरत साह उसी चौक के नीरज साह के मिठाई दुकान का कारीगर था और मंजीत कपड़ा दुकान में मजदूरी करता था। दोनों रोज कपड़ा दुकान में ही रोजाना की तरह सोए थे।
आग कैसे लगी बनी अबूझ पहेली
दुकान में न तो बिजली थी और न ही कोई दीया जल रहा था। फिर आग कैसे लगी यह भी एक अबूझ पहेली बनकर रह गई है। बहरहाल अध जले शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हाजीपुर भेज दिया। घटना से क्षेत्र में मातमी सन्नाटा छाया हुआ है। मौके पर पहुंचे बीडीओ ने दोनों मृतकों के परिजनों को आपदा विभाग से चार-चार लाख रुपए बतौर मुआवजा देने का आश्वासन दिया।