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बड़ा खुलासा: पीएमसीएच में फर्जी तरीके से हुई थी कर्मचारियों की बहाली  

सितंबर 2017 में पीएमसीएच में संविदा पर बहाल किए गए 30 ओटी असिस्टेंट, लैब टेक्निशियन और ड्रेसर की फर्जी तरीके से नियुक्ति का खुलासा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार के निर्देश पर...

बड़ा खुलासा: पीएमसीएच में फर्जी तरीके से हुई थी कर्मचारियों की बहाली  
वरीय संवाददाता ,पटनाMon, 03 Sep 2018 06:48 PM
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सितंबर 2017 में पीएमसीएच में संविदा पर बहाल किए गए 30 ओटी असिस्टेंट, लैब टेक्निशियन और ड्रेसर की फर्जी तरीके से नियुक्ति का खुलासा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार के निर्देश पर पीएमसीएच की जांच कमेटी ने रिपोर्ट सौंप दी है। इस फर्जीवाड़े के बाद कर्मचारियों को नियुक्त करने वाले पूर्व प्राचार्य डॉ. विजय कुमार गुप्ता की अध्यक्षता वाली कमेटी भी जांच के घेरे में आ गई है।  

बता दें कि पीएमसीएच में फर्जी बहाली को लेकर जब पारा मेडिकल अभ्यर्थियों ने धरना प्रदर्शन किया तो आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने सबसे पहले इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को दिए गए आवेदन के आलोक में भर्ती की जांच करायी गई। 

जांच में खुलासा हुआ है कि तीन अभ्यर्थी ऐसे हैं जिन्होंने मैट्रिक की डिग्री बिहार राज्य संस्कृत शिक्षा बोर्ड से मध्यमा यानी मैट्रिक की डिग्री हासिल की है। उन्हें ड्रेसर के पद पर नियुक्ति किया गया, जबकि इस पद के लिए विज्ञान विषय में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। इसी प्रकार ओटी असिस्टेंट के पद के लिए इंटरमीडिएट में विज्ञान विषय के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य रखा गया था जबकि एक अभ्यर्थी को मदरसा बोर्ड की डिग्री होने के बाद भी चयनित कर लिया गया। जांच में यह भी पता चला कि पूर्व अधीक्षक ने अपने एक ड्राइवर को ड्रेसर के पद पर नियुक्त करा दिया है। चयन समिति में उस समय वही अधीक्षक थे। जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि 30 संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति के संबंध में जारी किए गए विज्ञापन के मानक की अनदेखी की गई है। कई ऐसे अभ्यर्थी नियुक्त किए गए हैं जिनकी डिग्री बिहार सरकार से मान्यता प्राप्त संस्थान के नहीं है। 

मानक में यह तय किया गया था कि अभ्यर्थियों को बिहार सरकार या उससे मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों से ही उत्तीर्ण होना जरूरी है। प्राचार्य डॉ. अजीत कुमार वर्मा की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय कमेटी ने स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट सौंप दी है। स्वास्थ विभाग के वरीय अधिकारियों का कहना है कि जांच कमेटी की रिपोर्ट के आलोक में जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी। 

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