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मोरियावां गोलीकांड: जांच रिपोर्ट में पुलिस को क्लीन चिट, रोहित को लगी ग्रामीणों की गोली, एसएचओ-सर्किल इंस्पेक्टर लाइनहाजिर

पटना के धनरुआ थाना क्षेत्र के मोरियावां गांव में 22 अक्टूबर को पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई हिंसक झड़प में डीएम द्वारा गठित दो सदस्यीय कमेटी ने मंगलवार को संयुक्त जांच रिपोर्ट सौंप दी। तीन पेज की यह...

मोरियावां गोलीकांड: जांच रिपोर्ट में पुलिस को क्लीन चिट, रोहित को लगी ग्रामीणों की गोली, एसएचओ-सर्किल इंस्पेक्टर लाइनहाजिर
वरीय संवाददाता,पटनाWed, 27 Oct 2021 06:54 AM
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पटना के धनरुआ थाना क्षेत्र के मोरियावां गांव में 22 अक्टूबर को पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई हिंसक झड़प में डीएम द्वारा गठित दो सदस्यीय कमेटी ने मंगलवार को संयुक्त जांच रिपोर्ट सौंप दी। तीन पेज की यह जांच रिपोर्ट एसडीओ व एसडीपीओ मसौढ़ी की ओर से दी गई है। जांच रिपोर्ट में पुलिस को क्लीन चिट दी गई है। 

बताया गया है कि उग्र भीड़ के पथराव करने पर पुलिस ने आत्मरक्षा के लिए 10 राउंड हवाई फायरिंग की थी लेकिन पुलिस की गोली रोहित को नहीं लगी। रोहित की मौत ग्रामीणों द्वारा की गई फायरिंग में गोली लगने से हुई थी। हमले के बाद शाम करीब 7:30 बजे ग्रामीणों द्वारा धनरुआ थाने की पुलिस को सूचना दी गई थी। 

लाउडस्पीकर जब्त करने गई थी पुलिस

रिपोर्ट में कहा गया है घटना से पहले 22 अक्टूबर को लगभग तीन बजे धनरुआ पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी निवर्तमान मुखिया सुरेंद्र साव की गाड़ी से लाउडस्पीकर हटवाने के लिए मोरियावां गांव गई थी। लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति न होने के कारण ऐसा किया गया था। 

निर्वतमान मुखिया के पुत्र रोहित कुमार एवं उनके समर्थकों द्वारा पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया गया। यही नहीं निवर्तमान मुखिया के बेटे रोहित के उकसाने पर ही समर्थक पुलिस से उलझ गए। इसके बाद शाम को छह बजे मोरियावां के निवर्तमान मुखिया सुरेंद्र साव के घर के पास प्रचार के लिए जुटी भीड़ व मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए पैसे बांटने की शिकायत पर पुलिस भीड़ हटाने गई तो ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया और पुलिस से हथियार छीनने की कोशिश की। 

पथराव में मसौढ़ी के सर्किल इंस्पेक्टर श्रीराम कुमार और धनरुआ थाना प्रभारी राजू कुमार को गंभीर चोटें आईं। कई अन्य पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। पुलिस को आत्मरक्षा के लिए हवाई फायरिंग करनी पड़ी। ग्रामीणों की फायरिंग में गोली लगने से रोहित कुमार की मौत हो गई।   

ग्रामीणों ने जांच रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करने से किया इनकार

जांच टीम ने मोरियावां जाकर मृतक व घायलों के परिजनों और ग्रामीणों से बयान लिया। गांव के धुरखेली चौधरी, अमित चौधरी, घायल बेबी कुमारी, घायल बिट्टू कुमार उर्फ मिलन कुमार की नानी पार्वती देवी तथा सत्येंद्र कुमार का बयान दर्ज किया गया। ग्रामीणों ने घटना के बारे में जानकारी तो दी, लेकिन जांच रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। बता दें कि ग्रामीण इस मामले में पुलिस की मनमानी और फायरिंग करने का बार-बार आरोप लगा रहे हैं। 

किसने कितनी गोली चलाई 

जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि जब ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला किया तो आत्मरक्षा के लिए पुलिस ने फायरिंग की। फायरिंग करने वालों में धनरुआ थाना के गृहरक्षक सिपाही कुमार धर्मेंद्र सिंह ने चार राउंड, गृहरक्षक सिपाही बबन राय ने तीन राउंड, गृहरक्षक सिपाही चंद्रदीप चौधरी ने तीन राउंड यानि कुल 10 राउंड .303 रायफल से हवाई फायर किया था।

थानाप्रभारी और सर्किल इंस्पेक्टर की लापरवाही से हुई घटना 

जांच अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में जिक्र किया है कि स्थानीय पुलिस के विरुद्ध ग्रामीणों में आक्रोश था, जिसका आकलन करने में धनरुआ के थाना प्रभारी राजू कुमार तथा मसौढ़ी के सर्किल इंस्पेक्टर श्रीराम कुमार प्रसाद विफल रहे। इस घटना में थानाध्यक्ष राजू कुमार की सूझबूझ अपने क्षेत्र पर नियंत्रण एवं सूचना के आकलन की कमी साफ तौर पर उजागर हुई है। इतना ही नहीं पुलिस इंस्पेक्टर मसौढ़ी राम कुमार प्रसाद की अनुभवहीनता दिखती है। जांच कमेटी ने दोनों पुलिस पदाधिकारियों की लापरवाही अपनी रिपोर्ट में दर्शाया है। 

धनरुआ थानाप्रभारी व मसौढ़ी सर्किल इंस्पेक्टर लाइनहाजिर

धनरुआ के मोरियावां गांव में पुलिस पर हुए हमले व गोलीकांड में युवक रोहित कुमार की मौत के मामले में आखिरकार मंगलवार को धनरुआ थाना प्रभारी राजू कुमार तथा मसौढ़ी सर्किल इंस्पेक्टर श्रीराम पर गाज गिर गई। एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने दोनों को लाइन हाजिर कर दिया है। एसएसपी ने बताया कि जो जांच रिपोर्ट मिली है, उसमें घटना घटित होने के पीछे दोनों पुलिस पदाधिकारियों द्वारा लापरवाही बरते जाने की बात कही गई है। यदि दोनों ओर से विवेकपूर्ण कार्य किया गया होता तो यह बड़ी घटना रोकी जा सकती थी। लापरवाही बरते जाने के इसी मामले में दोनों को लाइन क्लोज किया गया है। दोनों के स्थान पर जल्द ही नये थानाध्यक्ष व सर्किल इंस्पेक्टर की तैनाती की जाएगी।

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