दरभंगा ब्लास्ट : तय समय पर ट्रेन में नहीं हो सका विस्फोट
हैदराबाद में दबोचे गए यूपी के दो सगे भाइयों मो. इमरान मलिक और मो. नासिर मलिक से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों के अनुसार पूछताछ में इन दोनों भाइयों ने एनआईए को कई राज बताए हैं। जानकारी के...
हैदराबाद में दबोचे गए यूपी के दो सगे भाइयों मो. इमरान मलिक और मो. नासिर मलिक से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों के अनुसार पूछताछ में इन दोनों भाइयों ने एनआईए को कई राज बताए हैं। जानकारी के अनुसार सिकंदराबाद-दरभंगा ट्रेन की पार्सल वैन में रखे केमिकल विस्फोटक को सिकंदराबाद स्टेशन से 132 किमी दूर काजीपेट जंक्शन पर ब्लास्ट कराने की साजिश थी।
आतंकियों की साजिश इस केमिकल बम को मध्य रात्रि में ब्लास्ट कराने की थी, ताकि अधिक से अधिक नुकसान हो। हालांकि विभिन्न कारणों से आतंकी अपनी इस साजिश में कामयाब नहीं हो सके। यह केमिकल बम 17 जून को अपराह्न में दरभंगा जंक्शन पर ब्लास्ट हुआ। लेकिन अगर चलती ट्रेन में विस्फोट कराने की आतंकियों की यह साजिश सफल हो जाती तो कई लोगों की जान जा सकती थी। आतंकियों का साजिश बम को चलती ट्रेन में 15-16 जून की मध्य रात्रि को विस्फोट कराना था। उससे पूरी ट्रेन में आग लगती और बड़ा हादसा हो जाता।
जानकारी के अनुसार 15 जून की रात 10 बजे के आसपास सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस सिकंदराबाद से रवाना हुई थी। इस ट्रेन का पहला स्टॉपेज काजीपेट जंक्शन है। यहां तक पहुंचने में इस ट्रेन को एक घंटे 54 मिनट का समय लगता है। आतंकियों की साजिश ट्रेन के काजीपेट से खुलने के बाद विस्फोट करने की थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। धमाका तब हुआ जब पार्सल को दरभंगा जंक्शन पर उतारा जा चुका था।