ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहारहिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव: पटना की मिट्टी में तेजी से घुल रहे कैंसर के खतरनाक कारक

हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव: पटना की मिट्टी में तेजी से घुल रहे कैंसर के खतरनाक कारक

पटना की मिट्टी में कैंसर के प्रसार वाले तत्व तेजी से घुल रहे हैं। हरी सब्जियों और पानी के जरिये ये तत्व हमारे शरीर में तेजी से प्रवेश कर रहे हैं। इस खतरनाक तत्व का नाम थैलेट है। अपने कुप्रभावों की...

हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव: पटना की मिट्टी में तेजी से घुल रहे कैंसर के खतरनाक कारक
पटना। चंदन द्विवेदीFri, 07 Jun 2019 05:40 AM
ऐप पर पढ़ें

पटना की मिट्टी में कैंसर के प्रसार वाले तत्व तेजी से घुल रहे हैं। हरी सब्जियों और पानी के जरिये ये तत्व हमारे शरीर में तेजी से प्रवेश कर रहे हैं। इस खतरनाक तत्व का नाम थैलेट है। अपने कुप्रभावों की वजह से यह हमारे लिवर और प्रोस्टेट ग्रंथियों को भारी नुकसान पहुंचा रहा है। एएन कॉलेज के पर्यावरण विज्ञान विभाग के विशेष शोध में यह तथ्य पुष्ट हुआ है। 

मिट्टी के जरिये पानी और सब्जियों में आ रहे खतरनाक तत्वों से जुड़ी यह रिपोर्ट वन एवं पर्यावरण विभाग को सौंप दी गई है। शोध में यह बात सामने आई है कि थैलेट मिश्रित मिट्टी में पनप रहे पौधों के फल में भी स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाले तत्व काफी हानिकारक साबित हो रहे हैं। 

वन एवं पर्यावरण विभाग से एएन कॉलेज के इनवायरमेंट साइंस डिपार्टमेंट को इस विषय पर शोध के बाद एक रिपोर्ट सौंपने को कहा गया था। इसके लिए विभाग में सेंट्रल इंस्ट्रूमेशन सेंटर बनाया गया है, जहां थैलेट के कुप्रभावों पर अध्ययन अब भी जारी है। शोध कार्यों का नेतृत्व कर रहीं एएन कॉलेज के पर्यावरण विज्ञान विभाग की अध्यक्ष डॉ. प्रीति सिन्हा ने बताया कि उन्होंने अपने दो सहयोगियों गिन्नी तिवारी और असीम कुमार व विभाग के कुछ छात्रों की मदद से एक साल तक इस विषय पर काम किया। 

टीम ने पटना नगर निगम क्षेत्र में 63 जगहों से मिट्टी से सैंपल एकत्रित किये। सैंपल में यह पाया गया कि मीठापुर, कंकड़बाग व आसपास के इलाके में यह तेजी से प्रसार पा रहा है। विशेषकर जहां शहर के कचरे डंप किये जा रहे हैं, उन इलाकों में प्लास्टिक व अन्य सामग्री के जरिये यह थैलेट मिट्टी में मिश्रित हो रहा है। गर्मियों में जब पारा 40 के पार पहुंचता है और धरती तेजी से गर्म होती है तो थैलेट पिघलने लगता है। इस तत्व को नष्ट कर पाना संभव नहीं है और यह अगर एक बार मिट्टी में घुल जाए तो अगले 500 सालों तक यह मिट्टी में मौजूद रहेगा। 

जांच टीम की रिपोर्ट के अनुसार, थैलेट घुली मिट्टी बारिश के दिनों में आसपास के इलाकों में तेजी से पसर रही है। थैलेट मिश्रित मिट्टियों में उपजी सब्जियों के जरिये यह हमारे शरीर तक पहुंच रही और यह कैंसर जैसी भयानक बीमारी को जन्म दे रही है। टीम ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि पानी की सप्लाई के दौरान लीकेज होने पर यह सप्लाई वाटर में घुल रहा है।  

क्या कहते हैं विशेषज्ञ
पटना एम्स के कैंसर विभाग की अध्यक्ष डॉ. प्रीतांजलि सिंह ने बताया कि मिट्टी में थैलेट की अत्यधिक मात्रा का घुलना स्वास्थ्य के लिहाज से खतरनाक है। इससे कैंसर भी हो सकता है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें