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Cyber crime: जीतन राम मांझी की सुरक्षा में तैनात सिपाही से 9.71 लाख की ठगी, शातिरों के झांसे में कैसे फंस रहे लोग?

साइबर ठग अलग-अलग बहाने से लगातार लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ताजा मामले में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की सुरक्षा में तैनात सिपाही सहित नौ लोगों से 9.61 लाख रुपये की ठगी का घटना सामने आई है।

Cyber crime: जीतन राम मांझी की सुरक्षा में तैनात सिपाही से 9.71 लाख की ठगी, शातिरों के झांसे में कैसे फंस रहे लोग?
Malay Ojhaहिन्दुस्तान,पटनाMon, 25 Sep 2023 10:57 PM
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साइबर ठग अलग-अलग बहाने से लगातार लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ताजा मामले में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की सुरक्षा में तैनात सिपाही सहित नौ लोगों से 9.61 लाख रुपये की ठगी का घटना सामने आई है। अलग-अलग मामले में पीड़ितों ने घटना की शिकायत साइबर थाने में की है। साइबर पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामलों की छानबीन में जुट गई है। 

सिपाही से ठगे 92 हजार 
रोहतास निवासी सिपाही सुनील कुमार पटना में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के यहां तैनात हैं। पीड़ित ने बताया कि उनके पिता ने डीटीडीसी कूरियर से उन्हें एक पार्सल भेजा था। इंटरनेट से कंपनी का कस्टमकेयर का नंबर ढूंढकर फोन किया तो कथित कर्मी ने पता कंफर्म करने के लिए लिंक भेजा। कहा-उसपर दो रुपये भेजने होंगे। ऐसा करते ही सुनील कुमार के खाते से 92 हजार 12 रुपये की निकासी हो गई। इस संबंध में साइबर थाने में 22 सितंबर को मुकदमा दर्ज किया गया।

सेब की खेप भेजने के नाम पर ठगी 
बिहटा निवासी शिव कुमार गुप्ता फल के कारोबारी हैं। सेब मंगाने के लिए बीते दिनों उन्होंने इंटरनेट से एप्पल ट्रेडिंग कंपनी का नंबर प्राप्त किया था। उसपर फोन करने पर कंपनी द्वारा उन्हें 1250 रुपये प्रति पेटी सेब उपलब्ध करवाने की बात कही गई थी। सेब की खेप पंजाब बाम्बे रोड ट्रांसपोर्ट द्वारा भेजने का आश्वासन दिया था। झांसे में आकर पीड़ित ने कंपनी के इकबाल नाम के शख्स के खाते में दो लाख 87 हजार 800 रुपये भेज दिए। रुपये भेजने के बावजूद माल उन्हें नहीं मिला। 

एनीडेस्क इंस्टाल करा उड़ाए रुपये 
छोटू कुमार परिवार के साथ फतुहां में रहते हैं। बीते महीने उनके पस एक अंजान नंबर से फोन आया था। शातिर ने पीड़ित के जानकार के नाम से फोन किया था। रुपये की जरूरत बता उसने छोटू कुमार से फोन पर एनीडेस्क और पेटीएम एप इंस्टाल कराया। इसके बाद पीड़ित और उनकी पत्नी के खाते से कुल एक लाख 98 हजार 900 रुपये अन्य खाते में स्थानांतरित हो गए। 

मोटा कमीशन के नाम पर 90 हजार ठगे 
दुल्हिन बाजार निवासी शुभम कुमार के टेलीग्राम प्रोफाइल पर बीते दिनों एक मैसेज आया था। पीड़ित ने जब मैसेज में दिए नंबर पर बात किया तो उन्हें बताया गया कि कंपनी में रुपये लगाने पर मोटा कमीशन मिलेगा। पीड़ित ठग के झांसे में आ गए और कई बार में शातिर के खाते में 90 हजार 800 रुपये भेज दिए। कमीशन भेजे जाने के लिए उनपर और रुपये भेजने का दबाव बनाने गया। ठगी का अहसास होने पर उन्होंने ठगी की शिकायत पुलिस में की। 

प्रोटेक्शन प्लान के नाम पर लगाया चूना 
जगदेव पथ निवासी किरण कुमार के साथ क्रेडिट कार्ड प्रोटेक्शन प्लान के नाम पर ठगी की गई। 15 सितंबर को उनके पास एक अंजान नंबर से फोन आया था। फोन करने वाले ने प्रोटेक्शन प्लान के लिए भेजे गए लिंक पर जानकारी भरने को कहा। लिंक पर पीड़िता द्वारा जानकारी भरते ही उनके खाते से 17 हजार 841 रुपये की निकासी कर ली गई।

एटीएम कार्ड भेजने के नाम पर ठगा 
मोहम्मद कुएसीद्दीन परसा बाजार इलाके में रहते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि 19 सितंबर को खुद को बंधन बैंक का कर्मी बात एक शख्स ने उनके पास फोन किया था। शातिर ने बताया कि उनका एटीएम कार्ड परसा बाजार डाक घर में आया हुआ है। पता अपडेट के लिए पीड़ित को मैसेज में भेजे गए लिंक पर क्लिक करने को कहा गया। लिंक पर क्लिक करते ही पीड़ित के खाते से दो बार में 14 हजार 999 रुपये कट गए। 

रिवार्ड प्वाइंट का झांसा दे उड़ाए रुपये 
रुपसपुर निवासी विकास कुमार के मोबाइल फोन पर 18 सितंबर को एक कंपनी का एक मैसेज आया था। झांसा में आकर पीड़ित ने एचडीएफसी रिवार्ड प्वाइंट नाम से भेजे लिंक पर क्लिक कर दिया। उसमें अन्य जानकारी के साथ ही डेविड कार्ड का पिन डालने की निर्देश उन्हें दिया गया। ठगी की आशंका से उन्होंने तुरंत लिंक को बंद कर दिया। बावजूद इसके उनके खाते से एक लाख 79 हजार 81 रुपये कट गए।

पता अपडेट के बहाने की ठगी 
शातिरों ने स्पीड पोस्ट के बहाने मसौढ़ी निवासी चंदन कुमार को अपना शिकार बनाया। उन्होंने अपना स्पीड पोस्ट की स्थिति जानने के लिए 18 सितंबर को इंटरनेट से प्राप्त नंबर पर फोन किया था। खुद को कस्टमर केयर कर्मी बता शातिर ने बताया कि उनका पता अपडेट नहीं है। इसके लिए भेजे गए लिंक पर पांच रुपये भेजने को कहा। रुपये भेजते ही उनके खाते से 22 हजार 353 रुपये की निकासी कर ली गई।

बिजली कटने का भय दिखा ठगा 
डा. युगेश्वर सिंह परिवार के साथ विवेकानंद मार्ग स्थिति फ्लैट में रहते हैं। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि बीते 15 सितंबर को एक अज्ञात नंबर से उनके मोबाइल पर एक मैसेज आया था। शातिर ने बताया कि उनकी बिजली कटने वाली है। बाद में ठगों ने बहाने से उनसे मोबाइल पर एनी डेस्क एप डाउनलोड करवाया। इसके कुछ देर बाद उनके खाते से 57 हजार 490 रुपये कट गए।

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