आरा: लूट के विरोध पर अपराधियों ने दो युवकों को मारी गोली, हत्या के बाद बाइक नहीं हुई चालू, तो दूसरे की छीनकर भागे
आरा-मोहनियां नेशनल हाईवे पर जगदीशपुर थाना क्षेत्र के कौंरा गांव के पास शनिवार की सुबह लूटपाट के दौरान हत्या की वारदात को अंजाम देकर अपराधियों ने सनसनी मचा दी। लूट में विफल रहने पर अपराधियों ने पहले...
आरा-मोहनियां नेशनल हाईवे पर जगदीशपुर थाना क्षेत्र के कौंरा गांव के पास शनिवार की सुबह लूटपाट के दौरान हत्या की वारदात को अंजाम देकर अपराधियों ने सनसनी मचा दी। लूट में विफल रहने पर अपराधियों ने पहले तो दो युवकों को गोली मार दी। इसके बाद बाइक ने धोखा दिया, तो अपराधी दूसरे की बाइक लूट कर भाग निकले।
लूटी गयी बाइक आयर गांव निवासी पैक्स अध्यक्ष धीरज कुमार सिंह की बतायी जा रही है। उनकी बाइक यूपी के रहने वाले आयर गांव के ही एक रिश्तेदार उनकी बाइक लेकर आरा जा रहे थे, तभी घटना हो गयी। सुबह करीब नौ बजे हुई इस घटना से पुलिस के भी कान खड़े हो गये। सूचना मिलने पर पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंच गयी। तब तक अपराधी काफी दूर निकल चुके थे।
पुलिस ने घटनास्थल से अपराधियों की छूटी बाइक बरामद की, लेकिन वह बाइक भी लूट की बतायी जा रही है। जानकारी के अनुसार घटनास्थल से बरामद बाइक जगदीशपुर निवासी जीतेंद्र चौधरी की बतायी जा रही है। बताया जा रहा है कि करीब दस रोज पहले तेंदुनी के पास बाइक लूट ली गयी थी।
हत्या व लूट के बाद जीरो माइल की ओर भाग निकले अपराधी
बताया जा रहा है कि लूट का विरोध करने पर अपाची बाइक सवार अपराधियों ने कौंरा निवासी प्रिंस कुमार सिंह और सुनील सिंह को गोली मार दी। इसके बाद भागने लगे, लेकिन उनकी बाइक स्टार्ट नहीं हो रही थी। उसी समय यूपी के देवरिया गांव निवासी सत्येंद्र मिश्रा आयर निवासी पैक्स अध्यक्ष की बाइक लेकर आरा की ओर जा रही थी।
इस दौरान अपराधियों ने हथियार का भय दिखा कर उनकी बाइक लूट ली और आरा की ओर भाग निकले। बताया जा रहा है कि सतेन्द्र मिश्रा की आयर गांव में ससुराल है। वह किसी काम के सिलसिले में आयर के पैक्स अध्यक्ष की बाइक लेकर आरा जा रहे थे।
घटना के बाद से ही जगदीशपुर के थानाध्यक्ष संजीव कुमार के नेतृत्व में पुलिस अपराधियों की धरपकड़ में जुटे हैं। इसे लेकर आरा के जीरो माइल इलाके सहित अन्य ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। पुलिस तकनीकी जांच और मोबाइल सर्विलांस की भी मदद ले रही है। साथ ही लूटपाट के मामले में पूर्व से दागी रहे बदमाशों की भी खोज की जा रही है।
चेन बचाने को हथियारबंद अपराधियों से निहत्थे भिड़ गये, गंवानी पड़ी जान
कौंरा निवासी प्रिंस कुमार सिंह दोस्त के साथ सोने की चेन बचाने की खातिर हथियारबंद अपराधियों से भिड़ गये। इस दौरान चेन तो बच गयी, लेकिन प्रिंस कुमार सिंह को अपनी जान गंवानी पड़ गयी। उनके दोस्त सुनील सिंह भी जीवन व मौत के साथ संघर्ष कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि सुबह करीब नौ बजे दोनों खेत की ओर जा रहे थे। तभी रास्ते में बाइक सवार बदमाश उनकी सोने की चेन छीनने लगे।
इस पर दोनों निहत्थे ही अपराधियों से भिड़ गये। इसे देख अपराधी घबरा गये और दहशत पैदा करने एवं पकड़े जाने के डर से ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। इसमें दोनों को गोली लग गयी। इलाज के लिए अस्पताल ले जाने के दौरान प्रिंस कुमार सिंह की मौत हो गयी, जबकि सुनील सिंह का अभी इलाज चल रहा है।
इलाज कर रहे डॉ विकास सिंह ने बताया कि जख्मी को दो गोली लगी है। एक गोली बायें साइड सीने में लगी है, जो अंदर फंसी थी। दूसरी गोली उसके बायें हाथ में कलाई से ऊपर लगी थी, जो आर-पार हो गई है। गोली लगने से काफी खून बह गया और स्थिति भी काफी नाजुक बनी हुई है। हालांकि ऑपरेशन कर गोली निकाल दी गयी है।
मेडिकल बोर्ड ने किया शव का पोस्टमार्टम, मिली बुलेट
मृतक प्रिंस कुमार सिंह के शव का मेडिकल बोर्ड की ओर से पोस्टमार्टम किया गया। उसमें शव से बुलेट भी निकाली गयी। इससे पहले शव का एक्स-रे भी कराया गया। इसके लिए सिविल सर्जन डा. एलपी झा की ओर से तीन सदस्य डॉक्टरों का टीम गठित किया गया। उसमें ऑन ड्यूटी चिकित्सक डा. केएस चौबे, डा. एस किशुन और डा. महावीर प्रसाद गुप्ता शामिल थे।
तीन भाइयों में छोटा था प्रिंस, घर में कोहराम
प्रिंस कुमार सिंह तीन भाइयों में सबसे छोटा था। उसके परिवार में मां माया देवी, पत्नी रंजू देवी, पुत्र अंश और सात महीने की पुत्री है। घटना के बाद उसके घर में कोहराम मच गया है। मां माया देवी और पत्नी रंजू देवी के साथ परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था। बेटे और बेटी भी बेहाल थे।