नवादा में खत्म हुई कोरोना वैक्सीन, मजबूरन घर लौटे टीका लगवाने पहुंचे सैकड़ों लोग
नवादा के रोह पीएचसी और नारदीगंज सीएचसी में कोरोना वैक्सीन खत्म हो जाने से दर्जनों लोगों को मायूस होकर वापस अपने घरों को लौटना पड़ा। विभिन्न स्तर पर प्रचार-प्रसार के बाद सुदूरवर्ती रोह प्रखंड के गांव...
नवादा के रोह पीएचसी और नारदीगंज सीएचसी में कोरोना वैक्सीन खत्म हो जाने से दर्जनों लोगों को मायूस होकर वापस अपने घरों को लौटना पड़ा। विभिन्न स्तर पर प्रचार-प्रसार के बाद सुदूरवर्ती रोह प्रखंड के गांव कुंज, ओहारी, कुम्हरावां, ताजपुर, सम्हरीगढ़, भट्टा, सिउर समेत दर्जनों गांवों से सैकड़ों लोग वैक्सीन लगवाने अस्पताल पहुंचे थे। जिसमें भारी संख्या में बुजुर्ग महिला-पुरुष व अधेड़ उम्र के लोग शामिल थे। लेकिन अस्पताल में वैक्सीन की वाइल उपलब्ध नहीं थी। यह सुनकर लोग बिफर पड़े।
वैक्सीन लेने पीएचसी पहुंचे महेंद्र प्रसाद, रामविलास महतो, कुंती देवी, सरस्वती देवी, मोहन यादव समेत दर्जनों लोगों ने बताया कि कोरोना वैक्सीन का पहला डोज 10 मार्च को पड़ा था। 28 दिनों के बाद दूसरा डोज लेने के लिए 8 अप्रैल की तारीख पहले से निर्धारित थी। हमलोग काम-धंधा छोड़कर दूर-दराज से वैक्सीन लगवाने आए हैं। मगर निराश होकर लौटना पड़ रहा है। वहीं मंजू देवी, शकुंतला देवी, ममता देवी, अनुपम देवी ने कहा कि गेहूं की कटनी छोड़कर कोरोना वैक्सीन लगवाने अपने गांव सें रोह अस्पताल आए हैं। लेकिन यहां आने के बाद पता चला कि अस्पताल में दवा नहीं है। जिसके कारण हमलोगों को बैरंग लौटना पड़ रहा है।
हालांकि पहले की बची हुई वैक्सीन कुछ लोगों को लगाई गई। जबकि अधिकतर लोग यूं ही घर लौट गए। इधर स्वास्थ्य प्रबंधक कानन प्रिया ने कहा कि रोह पीएचसी में वैक्सीन खत्म हो गई है। वैक्सीन उपलब्ध होते ही लोगों को सूचना दी जाएगी। बीएचएम ने कहा कि कोरोना वैक्सीन का पहला डोज ले चुके लोगों को 45 दिनों के अंदर दूसरा डोज लेना है। ऐसे लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है।
समस्तीपुर में खत्म हुआ टीके का स्टॉक
जिले में कोरोना वैक्सीन का कोटा समाप्त हो जाने से गुरुवार को विभिन्न टीकारण केंद्रों पर टीका लेने गये लोगों को निराश होकर लौटना पड़ा। कई लोग टीका लेने के लिए समय से पहले ही टीका केंद्र पर पहुंच गये थे, लेकिन टीका के अभाव में वहां कोई नहीं था। सरायरंजन प्रखंड में वुधवार शाम ही कोरोना का टीका खत्म हो गया था। जिससे सीएचसी एवं गांव बनाये गये केंद्र पर टीका लेने के लिए पहुंचे सैकड़ों लोगों का बगैर टीकाकरण के ही मायूस होकर लौटना पड़ा।