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कोरोना महामारी: बिहार में क्वारंटाइन सेंटरों ने रोका सामुदायिक संक्रमण

बिहार के लिए क्वारन्टाइन सेंटर वरदान साबित हो रहे हैं। इसके कारण कोरोना के सामुदायिक संक्रमण पर रोक लगी है। दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को सीधे इन केन्द्रों में भेज दिया जा रहा है। इससे समुदाय...

कोरोना महामारी: बिहार में क्वारंटाइन सेंटरों ने रोका सामुदायिक संक्रमण
पटना, हिन्दुस्तान टीमTue, 19 May 2020 08:30 AM
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बिहार के लिए क्वारन्टाइन सेंटर वरदान साबित हो रहे हैं। इसके कारण कोरोना के सामुदायिक संक्रमण पर रोक लगी है। दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को सीधे इन केन्द्रों में भेज दिया जा रहा है। इससे समुदाय में संक्रमण का खतरा कम हो गया है। प्रवासी श्रमिकों के सीधे घर नहीं जाने से संक्रमण का खतरा 90 फीसदी तक कम हुआ है। क्वारंटाइन सेंटरों पर रह रहे प्रवासियों के स्वास्थ्य आकलन से यह खुलासा हुआ है। अगर ये प्रवासी ट्रेनों से उतरने के बाद सीधे घर जाते विस्फोटक स्थिति  हो सकती थी। राज्य सरकार क्वारंटाइन सेन्टरों और कोरोना केयर तक में प्रवासियों की रिपोर्ट पर मंथन कर रही है। बाहर से आ रहे लोगों में अधिकतर लो रिस्क में होने से स्थानीय लोगों के लिए खतरा कम है। 

क्वारंटाइन सेंटर में 3.53 लाख  रह रहे 
बिहार में प्रवासी लोगों के आने के बाद उन्हें रखने के लिए 6209 क्वारंटाइन सेंटर बनाये गए हंै। प्रखंड स्तर पर बने सेंटरों में अभी 3 लाख 53 हजार 122 लोग रह रहे हैं। 

बंगाल व महाराष्ट्र से लौटने वालों में 12 व 11 फीसदी  संक्रमित 
जानकारी के अनुसार कोरोना जांच की रिपोर्ट के अनुसार पश्चिम बंगाल से बिहार लौटने वाले प्रवासियों में 12 फीसदी तो महाराष्ट्र से लौटने वालों में 11 फीसदी पॉजिटिव पाए गए हैं। पश्चिम बंगाल से लौटे 373 प्रवासियों का सैम्पल लिया गया। इनमें 265 की जांच की गई और इनमें 33 पॉजिटिव मिले। जबकि महाराष्ट्र से लौटे 2034 प्रवासियों के सैम्पल लिए गए । इनमें 1283 की जांच की गई। जांच किये गए नमूनों में 141 पॉजिटिव पाए गए। 

अन्य राज्यों से लौटने वालों में संक्रमण की रफ्तार धीमी 
वहीं, अन्य राज्यों से लौटने वाले प्रवासियों में संक्रमण की रफ्तार धीमी है। हरियाणा से आये प्रवासियों के 390 सैम्पल की जांच में 36 (7 फीसदी), छत्तीसगढ़ से आने वालों के 50 सैम्पल में 3 (6फीसदी), एमपी के 94 सैम्पल में 5 (5 फीसदी) और चंडीगढ़ से लौटे प्रवासियों के 40 सैम्पल में 2 (5 फीसदी) पॉजिटिव पाये गए। 

कुल 8337 सैम्पलों की जांच में 651 पॉजिटिव 
राज्य में लौटे कुल 11800 प्रवासियों के जांच सैम्पल अबतक एकत्र किए गए हैं। इनमें 8337 की जांच करायी गयी जिनमें 651 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जो कि कुल जांच का 8 फीसदी है। वहीं, 7646 रिपोर्ट निगेटिव आयी है और 3463 सैम्पलों की जांच लंबित है। 

दिल्ली से बिहार लौटने वाले प्रवासी सर्वाधिक पॉजिटिव
बिहार में प्रवासियों के लौटने का सिलसिला जारी है। वहीं दिल्ली से लौटने वाले प्रवासियों में कोरोना का संक्रमण सर्वाधिक पाया जा रहा है। प्रधान स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली से लौटने वाले प्रवासियों में कोरोना पॉजिटिव होने का ट्रेंड अधिक दिख रहा है। रविवार तक दिल्ली से लौटे प्रवासियों के 1362 सैम्पल लिए गए। इनमें 835 की जांच की गई। 218 कोरोना पॉजिटिव पाए गए, जो कि जांच किये गए नमूनों का 24 फीसदी है। 

संक्रमण दर के साथ स्वस्थ होने की दर भी अधिक 
एक ओर दिल्ली से आने वाले प्रवासियों में संक्रमण की दर अधिक है तो स्वस्थ होने की दर  भी उनमें अधिक है। जबकि मुंबई से आने वालों में स्वस्थ होने की दर कम है। भागलपुर में दिल्ली से 14 पॉजिटिव मरीज में 7 स्वस्थ हो गए जबकि मुंबई से आये 8 पॉजिटिव मरीज में अभी मात्र 3 ही स्वस्थ हुए हैं।

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