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पटना सिटी में 63 संक्रमित मिलने से दहशत, पीएमसीएच में बंद हो सकती है कोरोना की जांच

पटना सिटी अनुमंडल के दो थाना क्षेत्रों में एक साथ 63 कोरोना संक्रमित मरीज मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया है। बुधवार को आई जांच रिपोर्ट में एक साथ इतने लोगों के पॉजिटिव पाए जाने की सूचना से लोगों में...

पटना सिटी में 63 संक्रमित मिलने से दहशत, पीएमसीएच में बंद हो सकती है कोरोना की जांच
पटना, हिन्दुस्तान टीमThu, 02 Jul 2020 09:58 AM
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पटना सिटी अनुमंडल के दो थाना क्षेत्रों में एक साथ 63 कोरोना संक्रमित मरीज मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया है। बुधवार को आई जांच रिपोर्ट में एक साथ इतने लोगों के पॉजिटिव पाए जाने की सूचना से लोगों में दहशत है। पटना सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि संक्रमित लोगों में अधिकतर सब्जी बेचने वाले व अन्य कारोबारी हैं।  उधर, पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एक पीजी डॉक्टर से संक्रमित मिलने के बाद वहां कोरोना की जांच बंद होने की नौबत आ गई है, क्योंकि वहां काम करने वाले लैब बंद कर उसे सैनेटाइज करने की मांग कर रहे हैं।

सिटी स्थित गुरु गोविन्द सिंह सदर अस्पताल के प्रबंधक मो. शब्बीर खान ने बताया कि अस्पताल की जांच टीम ने खाजेकलां सब्जी मंडी समेत विभिन्न मोहल्लों से 112 सैंपल लिये थे, जिनमें 63 लोगों में बीमारी की पुष्टि हुई है। इसमें एक वार्ड पार्षद भी शामिल है। अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि खाजेकलां क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक लोग संक्रमित है। इसके अलावा नीमघाट, चमडोरिया, किला रोड, सदरगली, जंगली प्रसाद लेन, मंगल तालाब, डंका कूंचा, पक्की गौरैया समेत अन्य इलाके के लोग संक्रमित है। एसडीओ राजेश रोशन ने बताया कि प्राभावित इलाकों को कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित करते हुए संक्रमित के परिजनों समेत आसपास के लोगों की स्क्रीनिंग होगी।

लैब बंद कर सैनेटाइज कराने की कर रहे हैं मांग
पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के पीजी डॉक्टर के संक्रमित पाए जाने के बाद साथी डॉक्टरों व टेक्नीशियनों में दहशत है। संक्रमण के डर के कारण विभाग व लैब को सैनेटाइज कराने की मांग कर रहे हैं। संक्रमित पाए जाने से पहले डॉक्टर पिछले एक सप्ताह से लैब में ही काम कर रहे थे। साथी डॉक्टरों के साथ काम करने के अलावा उनके साथ खाता-पीता भी था। 

साथी बोले, अपनी बीमारी छिपा रहा था एक सप्ताह से
एक डॉक्टर ने बताया कि डॉक्टर बीमारी छिपा रहा था। बुधवार को जब उसकी आंखें लाल दिखीं तो एक साथी ने उसे टोका। उसे बुखार भी था। तुरंत उसका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया। साथी डॉक्टरों ने कहा कि इससे पहले एम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग का भी एक कर्मी संक्रमित पाया गया था। इस कारण  लैब को चार दिनों के लिए बंद किया गया था। 

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