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चिराग पासवान ने उठाया बड़ा कदम, बिहार प्रदेश की सभी कमेटियां की भंग, दो महीने के अंदर बनेगी LJP की नई टीम

लोजपा प्रदेश संसदीय बोर्ड की बुधवार को हुई बैठक में पार्टी की प्रदेश कमेटी समेत सभी जिलों की इकाई और प्रकोष्ठों को भंग कर दिया गया है। दो महीने के अंदर नई कमिटियां गठित करने का भी निर्णय लिया गया है।...

चिराग पासवान ने उठाया बड़ा कदम, बिहार प्रदेश की सभी कमेटियां की भंग, दो महीने के अंदर बनेगी LJP की नई टीम
पटना, हिन्दुस्तान टीमWed, 02 Dec 2020 07:11 PM
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लोजपा प्रदेश संसदीय बोर्ड की बुधवार को हुई बैठक में पार्टी की प्रदेश कमेटी समेत सभी जिलों की इकाई और प्रकोष्ठों को भंग कर दिया गया है। दो महीने के अंदर नई कमिटियां गठित करने का भी निर्णय लिया गया है। लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान के निर्देश पर पार्टी कार्यालय में बोर्ड की बैठक बुलाई गई थी।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी 135 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जिसमें सिर्फ एक पर विजय हुई। बैठक में चिराग ने अपने कार्याकर्ताओं से कहा है कि बिहार में विधानसभा का चुनाव कभी भी हो सकता है। इसलिए पार्टी कार्यकर्ता अभी से संगठन के विस्तार और मजबूती पर ध्यान केंद्रित करें। यह भी कहा कि वे और प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज नियमित रूप से बिहार में रहकर कार्यकर्ताओं संग काम करते रहेंगे। जल्द ही वे जिलों का दौरा करेंगे। 

गलत नीतियों से बिहार के किसानों की स्थिति बदतर: RJD
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने किसान विरोधी काले कानून के खिलाफ बुधवार के राष्ट्रव्यापी प्रतिरोध दिवस को सफल बनाने के लिए बिहार के किसानों को बधाई दी है। उन्‍होंने कहा कि केन्द्र द्वारा बनाए गए कृषि कानून के खिलाफ स्वतःस्फूर्त ढंग से हो रहे किसानों का आंदोलन आज जन आंदोलन का रूप ले चुका है। अल्प सूचना पर प्रतिशोध दिवस पर जिस ढंग से बिहार में भी बड़ी संख्या में किसानों की भागीदारी हुई है वह एक बड़े आंदोलन का आगाज है।

उन्होंने कहा कि इस कानून को लागू करवाने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बड़ी भूमिका रही है। राज्य सरकार की किसान विरोधी नीतियों के दुष्परिणाम स्वरूप आज बिहार के किसानों की स्थिति बदत्तर होती जा रही है। राजद मूलरूप से किसानों-मजदूरों की ही पार्टी है। इसलिए राजद का एक-एक कार्यकर्ता किसानों के इस आंदोलन में अग्रिम पंक्ति में रहकर उनकी आवाज को मुखर रूप से उठाते रहेंगे। राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बताया कि राष्ट्रव्यापी प्रतिरोध दिवस के अवसर पर राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर राजद द्वारा प्रदर्शन, धरना और पुतला दहन कर किसान बिरोधी काला कानून वापस लेने की मांग की गई।

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