Bihar Hooch Tragedy: चिराग पासवान ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन, बोले- अंहकारी हो गए नीतीश, बिहार में लगे राष्ट्रपति शासन
छपरा जहरीली शराबकांड पर सांसद चिराग पासवान ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। और यथास्थिति से अवगत कराया। चिराग ने कहा कि सीएम नीतीश अंहकारी हो गए हैं। और अब बिहार में राष्ट्रपति शासन ही विकल्प है।

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छपरा में जहरीली शराब से मौतों के बाद बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया है। विपक्ष लगातार नीतीश सरकार को घेर रहा है। इसी मुद्दे पर शनिवार को लोजपा (आर) के अध्यक्ष और जमुई के सांसद चिराग पासवान ने राज्यपाल से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। और वहां की यथास्थिति के बारे में बताया। राज्यपाल भवन से बाहर निकलते ही मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। उन्होने कहा कि छपरा में हम लोगों ने जहरीली शराब से जान गंवाने वाले मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। चिराग ने कहा कि मौतों के आंकड़ों पर पर्दा डाला जा रहा है। शराब पीने से सैकड़ों लोगों की हत्या हो गई। नीतीश कुमार के पास अगर थोड़ी भी सहानुभूति नहीं बची है। उन्हें वहां जाकर वो तस्वीर देखने की जरूरत है।
आंकड़ों से ज्यादा हुई मौतें- पासवान
चिराग पासवान ने कहा कि बिहार की कानून व्यवस्था बिगड़ गई है। छपरा में शराब से मौतों की संख्या बढ़ ही रही है। राज्यपाल को बताया कि किस तरीके से प्रशासन इस पर लीपापोती करने का प्रयास कर रहा है। अभी मौत के जो आंकड़े दर्शाया जा रहा है, उससे कई गुना ज्यादा लोग वहां मरे हैं। ये जानकारी हमने राज्यपाल को दी है। किस तरीके से प्रशासन के लोग खुद इस घटना में लिप्त हैं और उनके तार खुद से जुड़े हैं, यह जांच का विषय है। चिराग पासवान ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
बिहार में लगे राष्ट्रपति शासन- पासवान
चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं जो पिएगा वो तो मरेगा ही, जिस तरह से वो ये कहते हैं कोई सहानुभूति नहीं है, कोई मुआवजा नहीं मिलेगा. इनके साथ कोई हमदर्दी नहीं है. मुख्यमंत्री को वो तस्वीर देखने की जरूरत है, जिसमें 20 दिन की बच्ची 80 वर्ष की बूढ़ी मां जिन से मुख्यमंत्री को कोई हमदर्दी नहीं है। नीतीश कुमार अंहकारी हो गए हैं। और बिहार की कानून व्यवस्था उनसे दूर हो गई है। ऐसे में बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने के अलावा और कोई विकल्प बचता ही नहीं है। आपको बता दें शनिवार को चिराग पासवान ने छपरा जहरीली शराब पीडितों से मुलाकात की थी। और सांत्वना की दी थी, इस दौरान उन्होने कहा कि मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी और मुआवजा दिया जाए। क्योंकि इस शराबकांड के बाद कई परिवार अनाथ हो गए हैं।